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Nagpur News: अनुदानित स्कूलों को भविष्य में नहीं मिलेंगे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी

- सरकार ने रद्द किया पद
- नहीं मिलेगा वेतन अनुदान
Nagpur News विद्यार्थी संख्या के आधार पर निजी अनुदानित स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी के पद मंजूर किए जाते हैं। भविष्य में स्कूलों को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नहीं मिलेंगे। सरकार ने इस पद को रद्द कर दिया है। संस्था चाहे, तो वेतनेत्तर अनुदान से पद भर सकती है, लेकिन उसे वेतन अनुदान नहीं दिया जाएगा। वेतन अनुदान से चतुर्थ श्रेणी पद भरते समय भविष्य में स्थायी करने की मांग नहीं करने का शपथपत्र लेकर नियुक्ति देने की शर्त अनिवार्य की गई है।
कर्मचारी पद भरने का रास्ता साफ शैक्षणिक वर्ष 2023-2024 की संच मान्यता के आधार पर अनुदानित स्कूलों में शिक्षकेत्तर कर्मचारी भर्ती का रास्ता साफ कर दिया गया है। शिक्षण संस्थाएं लिपिक संवर्ग तथा प्रयोगशाला सहायकों के पद भर सकती हैं। सरकार ने निर्णय लेकर सरलसेवा भर्ती से रिक्त पद भरने की अनुमति दी है।
80 फीसदी पद भरने की अनुमति : शालेय शिक्षा विभाग के निर्णय के अनुसार अनुदानित शिक्षण संस्था शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के रिक्त 80 फीसदी पद भर सकती है, किंतु संस्था में कार्यरत पदोन्नति के लिए पात्र चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को पदोन्नति देने पर रिक्त होने वाले चतुर्थ श्रेणी का पद नहीं भरा जा सकेगा। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सेवानिवृत्त होने पर रिक्त पद भरने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
कर्मचारी भर्ती का संस्था को अधिकार : शिक्षण विभाग के निर्णय के अनुसार साल 2023-2024 की संच मान्यता के आधार पर निजी अनुदानित शिक्षण संस्था शिक्षकेत्तर कर्मचारी लिपिक तथा प्रयोगशाला सहायक पद भरने के लिए स्वतंत्र है। सरलसेवा भर्ती पद्धति से कर्मचारी नियुक्ति का अधिकार संबंधित शैक्षणिक संस्था को प्रदान किया है।
Created On :   11 April 2025 12:15 PM IST