Nagpur News: माता रानी ने की रेल की सवारी , नागपुर की मूर्तियों की अन्य राज्य में मांग

माता रानी ने की रेल की सवारी , नागपुर की मूर्तियों की अन्य राज्य में मांग
  • देवियों की आधा दर्जन से ज्यादा मूर्तियां भेजी गई
  • मुंबई, दिल्ली समेत मध्यप्रदेश में है मांग

Nagpur Newsपहले बप्पा की मूर्तियों को ट्रेन से विभिन्न राज्य में भेजा गया। अब नवरात्रि के अवसर पर देवियों की मूर्तियों को रेल गाड़ी से मुंबई, दिल्ली समेत मध्यप्रदेश के लिए नागपुर से भेजा जा रहा है। इस साल करीब आधा दर्जन मूर्तियों को रेलवे से विभिन्न जगहों पर भेजा गया है। इससे एक ओर रेलवे प्रशासन को अच्छा राजस्व प्राप्त हो रहा है, वहीं दूसरी ओर मूर्तियों को गंतव्य तक पहुंचाने से लोगों की आस्था से रेलवे जुड़ रही है।

नागपुर शहर मध्य भारत का मूर्ति कला का गढ़ है। यहां चितारओली में बनाई जानेवाली मूर्तियां नक्काशीदार होती है। अधिकतम लोग बाकी राज्यों की मूर्तियों की तुलना में नागपुर में बनाई जानेवाली मूर्तियों को प्राथमिकता देते हैं। जिसके कारण लगातार नागपुर शहर से गणेश, माता रानी सहित अन्य मूर्तियों की मांग होती रहती है। लेकिन 10-10 फीट की माता की मूर्तियों को हजारों किमी दूरी तक ले जाना अन्य वाहनों से संभव नहीं होता है। इससे मूर्ति टूटने का डर बना रहता है व खर्च भी बहुत ज्यादा लगता है। ऐसे में इन मूर्तियों को सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाने के लिए रेलवे गाड़ियों का सहारा लिया जाता है। हर साल रेल गाड़ियों के माध्यम से मूर्तियों को गंतव्य तक पहुंचाया जाता है। स्टेशन पर सावधानीपूर्वक मूर्तियों को कपड़े से पैक कर पार्सल वैगन के माध्यम से पहुंचाया जाता है। बता दें कि, इस साल बप्पा की मूर्तियों की भी बहुत ज्यादा मांग रही है। कुल 71 मूर्तियों को नागपुर से मंगाया गया था। जिसमें मद्रास के लिए 57 वही बाकी मूर्तियों को सीएसएमटी, बंगलुरू, निजामुद्दीन आदि जगहों पर मंगाया गया था।

लोगों के आस्था से जुड रही रेलवे :: भारतीय रेल गाड़ियों को पहली पहचान यात्री सेवा के लिए मिली है। इसके बाद मालगाड़ियों में कोयले से लेकर लोहे तक की मालढुलाई कर रेलवे व्यापारियों के लिए अहम बनी है। लेकिन अब भारतीय रेलवे लोगों के आस्था से भी जुड रही है। देवी, देवताओं की मूर्तियों को मिलो का सुरक्षित सफर कर गंतव्य तक पहुंचाने से श्रध्दालुओं के लिए इंडीयन रेलवे के प्रति सम्मान बढ़ने की बात कही जा सकती है।

कहां - कहां भेजी : नागपुर से भेजी जानेवाली मूर्तियों को खम्मम, गादरवाड़ा, नरसिंहपुर आदि जगह 5 से ज्यादा मूर्तियों को भेजा गया है। जिसका कुल वजन 450 किलो रहा है। इससे रेलवे को 5 हजार से ज्यादा राजस्व प्राप्त हुआ है।


Created On :   3 Oct 2024 11:52 AM GMT

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