फैसला: मनपा ने नागपुर शहर में 47 हॉकर्स जोन किए घोषित, सीताबर्डी समेत 3 जोन रद्द

मनपा ने नागपुर शहर में 47 हॉकर्स जोन किए घोषित, सीताबर्डी समेत 3  जोन रद्द
  • तनातनी की स्थिति : टाउन वेंडिग समिति ने दिया फैसला
  • हॉकर्स के आरोप : व्यापारियों के दबाव में मनपा प्रशासन
  • कर भुगतान करने वाले व्यापारियों का हो रहा नुकसान

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मनपा ने शहर में 47 हॉकर्स जोन घोषित किया है। इस मामले की सुनवाई के लिए तीन सदस्यों की टाउन आक्षेप वेडिंग का गठन किया गया था। इस समिति के समक्ष 18 जनवरी को तीन क्षेत्रों सीताबर्डी मेन रोड, जरीपटका रोड और नंदनवन के जगनाड़े चौक रोड के लिए नागरिकों और व्यापारी संगठनों ने आपत्ति जताई थी। इन आक्षेपों को लेकर 17 सदस्यों की टाउन वेंडिग समिति ने तीनों स्थानों के हॉकर्स जोन को रद्द करने का फैसला किया है।

तीन लोगों का विरोध : पिछली सुनवाई में हाकर्स जोन को लेकर नंदनवन इलाके के नीलेश गायधने ने जगनाडे चौक के पास सड़क के एक हिस्से को हॉकर जोन घोषित करने के फैसले पर आपत्ति जताई थी। नीलेश गायधने के मुताबिक पहले से ही व्यस्त इलाके में हॉकर जोन घोषित करने से अव्यवस्था फैल जाएगी। -जरीपटका मेन रोड को हॉकिंग जोन के रूप में घोषित करने के फैसले पर अधिवक्ता नितिन लालवानी ने आक्षेप जताया है। अधि लालवानी के मुताबिक मनपा के जिंजर मॉल और सब्जी बाजार के चलते हाकर्स जोन बनने से दिक्क्त बढ़ेगी। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुए बताया कि किसी भी बाजार या मॉल के 150 मीटर के दायरे में हॉकिंग जोन को प्रतिबंधित करने निर्देश है। जरीपटका में हॉकिंग जोन घोषित करने के फैसले न्यायालय की अवमानना बताते हुए बताया कि जिंजर मॉल और सब्जी बाजार से हाकर्स जोन केवल 20 मीटर की दूरी पर है। उन्होंने मनपा को पुनर्विचार करने का सुझाव दिया है।

वहीं दूसरी ओर सीताबर्डी मर्चेंट्स एसोसिएशन के विजय अग्रवाल ने सीताबर्डी मुख्य मार्ग पर हॉकिंग जोन पर आपत्ति जताई। इस व्यस्ततम सड़क पर फेरीवालों दुकान लगाने से कर भुगतान करनेवाले व्यापारियों का आर्थिक नुकसान हो रहा है।

इसे 3 प्वाइंट में ऐसे समझें : बैठक में 7 हॉकर्स प्रतिनिधियों ने फैसले का विरोध किया, जबकि अन्य 10 सदस्यों ने एकमत रूप से तीनों जोन को रद्द करने का समर्थन किया। हाकर्स संगठन के अध्यद्वा अब्दुल रज्जाक का आरोप है कि मनपा प्रशासन ने व्यापारी संगठनों के दबाव में हाकर्स के साथ अन्यायपूर्ण फैसला लिया है।

गत 18 जनवरी को मनपा आयुक्त अभिजीत चौधरी द्वारा गठित टाऊन वेंडिग समिति की विशेष समिति में आपत्तियों पर सुनवाई की गई थी। करीब 1 घंटे की सुनवाई में हाकर्स संगठन के अब्दुल रज्जाक, सचिन पुनयानी और स्वयंसेवी संगठन के कौस्तव चटर्जी ने आक्षेपकर्ताओं के पक्ष को सुना था।

मनपा प्रशासन ने शहर में साल 2017 में 53 हाकर्स जोन घोषित किया था, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के चलते पिछले साल नवंबर में 47 हॉकर जोन किए गए हैं। तीन रद्द होने के बाद अब 44 हाकर्स जोन रह गए हैं।

दबाव तंत्र का उपयोग : पिछली सुनवाई में तीन हाकर्स जोन को लेकर विरोध जताया गया था, जबकि मेडिकल चौक परिसर को लेकर हाकर्स ने विरोध किया था। तमाम प्रयासों के बाद भी मनपा प्रशासन ने हाकर्स पक्ष की अनदेखी की है। ऐसे में बड़े व्यापारियों और पूंजीपतियों के दबाव में निर्णय लिया गया है। छोटे विक्रेता पर निर्णय अन्यायकारी साबित हो रहा है। -अब्दुल रज्जाक, अध्यक्ष हाकर्स एसोसिएशन

स्थान रद्द, अन्य पर पुनर्विचार : शहर में तीन हाकर्स जोन को रद्द कर अब 44 स्थान चिन्हित रह गए हैं। मेडिकल चौक को समेत अन्य स्थानों को लेकर जल्द ही पुनर्विचार होगा। मनपा ने टाउन वेंडिग समिति की पूरी सुनवाई के बाद फैसला लिया है, ऐसे में किसी दबाव तंत्र का औचित्य नहीं रहता है। -डॉ सुनील लहाने, अतिरिक्त आयुक्त, मनपा

Created On :   22 Feb 2024 11:23 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story