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ग्रीन एनर्जी: महावितरण ने किए 3300 मेगावॉट बिजली खरीद समझौते पर हस्ताक्षर, गर्मी में होगा लाभ
- भीषण गर्मी में भार को पूरा करने में मिलेगी मदद
- पीक अवर्स के दौरान किया जाएगा उपयोग : फडणवीस
- दो समझौतों पर किए हस्ताक्षर
डिजिटल डेस्क, नागपुर. राज्य में बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए 3300 मेगावॉट हरित बिजली की खरीद के लिए महावितरण ने उपमुख्यमंत्री एवं ऊर्जा मंत्री देवेन्द्र फड़णवीस की उपस्थिति में सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड और नेशनल हाइड्रो पावर कार्पोरेशन के साथ दो समझौतों पर हस्ताक्षर किए। ऊर्जा मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, महावितरण हरित ऊर्जा पर जोर दे रही है। यह अच्छी बात है और पर्यावरण की रक्षा के साथ-साथ यह सस्ती ऊर्जा महाराष्ट्र के उपभोक्ताओं को उपलब्ध होगी। देश में बैटरी स्टोरेज आधारित हरित ऊर्जा का उपयोग पीक अवर्स यानी चरम मांग के दौरान किया जाएगा, इसलिए उस अवधि के दौरान जब सौर ऊर्जा उपलब्ध नहीं होगी, महंगी बिजली खरीदने की जरूरत नहीं होगी। ये समझौते नवीकरणीय ऊर्जा बंधन के लक्ष्य को पूरा करने में मदद करेंगे।
दो समझौतों पर किए हस्ताक्षर
महावितरण के निदेशक योगेश गडकरी और सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक पवन वर्मा ने 1800 मेगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा के समझौते पर हस्ताक्षर किए। योगेश गडकरी और नेशनल हाइड्रो पावर कार्पोरेशन के महाप्रबंधक रंजीत ठाकुर ने 1500 मेगावॉट सौर ऊर्जा के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए। इससे कार्बन डाइ ऑक्साइड उत्सर्जन को कम करने में मदद मिलेगी ।
किसानों को सिंचाई के लिए दिन में बिजली उपलब्ध कराने और उद्योगों पर क्रॉस सब्सिडी का बोझ कम करने के लिए मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी योजना 2.0 की अभिनव योजना के तहत महावितरण की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता 9,155 मेगावॉट बढ़ जाएगी।
नागपुर परिमंडल में हर दिन 800 मेगावॉट की जरूरत : नागपुर परिमंडल के तहत नागपुर व वर्धा जिला आता है। नागपुर परिमंडल में हर दिन औसत 700-800 मेगावॉट की जरूरत होती है। गर्मी के दिनों में यह मांग 900 मेगावॉट से अधिक हो जाती है। इसी तरह राज्य (मुंबई छोड़कर) में हर दिन आैसत 23 हजार मेगावॉट बिजली की जरूरत होती है। गर्मी के दिनों में यह मांग 26 हजार मेगावॉट हो जाती है। सौर ऊर्जा पर इसलिए जोर दिया जा रहा है, ताकि निजी कंपनियों से कम से कम बिजली खरीदी जाए।
फिलहाल बिजली खपत सामान्य : गर्मी के दिनों में बिजली खपत अधिक होती है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से जिस तरह तेज हवा के साथ बारिश हो रही है, इसलिए नागपुर परिमंडल में बिजली खपत सामान्य बनी हुई है। फिलहाल नागपुर परिमंडल में हर दिन बिजली की मांग 700-800 मेगावॉट बनी हुई है। गर्मी बढ़ने के बाद इमें इजाफा होगा।
Created On :   10 April 2024 8:27 PM IST