शोध: नागपुर शहर में मिले 5 सांपों की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा

नागपुर शहर में मिले 5 सांपों की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा
  • इंटरनेशनल जर्नल ऑफ साइंसेस में मिली जगह
  • मूल रंग से जुदा हैं यह सांप
  • दुनिया इन सांपों को जर्नल के माध्यम से देखेगी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर शहर में गत 3 साल के भीतर 5 ऐसे सांप पाए गए हैं, जिनका रंग उनके मूल रंग से जुदा है। यह सांप अल्बुनो व लुसीस्टिक से प्रभावित होने से अपने ही प्रजाति के रंग से जुदा हैं। अब इनकी दखल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ली जाने वाली है। यहां की एक वाइल्ड लाइफ वेलफेअर संस्थान ने इसका रिसर्च नोट तैयार कर इंटरनेशनल जर्नल ऑफ साइंसेस को भेजा था, जिसे हाल ही में अप्रुवल दिया गया है। अब पूरी दुनिया इन सांपों को जर्नल के माध्यम से देख सकेंगी।

इस कारण रंग जुदा होता है : गत तीन से चार साल के दौरान यहां पारशिवनी, बहादुरा, पारडी, खरबी व कलमना क्षेत्र में 5 ऐसे सांप मिले हैं, जो कि अल्बिनो व लिवसिझम बीमारी से प्रभावित हैं। यानी इनका रंग अपने ही प्रजाति से जुदा है। मिले सांपों में कुकरी, धामन, तस्कर, कॉमन सैंडबोआ व पाणदीवड़ हैं। इनका रंग पूरी तरह सफेद या भूरा पाया गया। वाइल्ड लाइफ वेलफेअर सोसाइटी के सचिव नितिश भांदकर व सदस्य गौरांग वाइकर, किरण बावस्कर ने रिसर्च नोट इंटरनेशलन जर्नल ऑफ लाइफ साइंस के पास भेजा था। जानकारों के अनुसार, इन सांपों में अल्बिनो यानी मेलेनिन रंग द्रव नहीं रहता है। वही लिवसिझम यानी रंगद्रव का प्रमाण कम ज्यादा होता रहता है, जिससे इनका रंग एकदम अलग होता है।

फुटेज हैं, पर नहीं मिल रहा कार चालक का सुराग : दुर्घटना में दो सहेलियां घायल हो गईं। गिट्टीखदान पुलिस ने मामला दर्ज किया, लेकिन घटना के तीन हफ्ते बाद भी पुलिस को आरोपी चालक का कोई सुराग नहीं मिल पाया है, जिससे जांच को लेकर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। गिट्टीखदान निवासी वंदना पाटील और ममता आदमने नामक दो सहेलिया हमेशा की तरह 7 मई को सुबह की सैर करने गई थीं। उस दौरान अज्ञात कार चालक ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे में वे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गईं। यह हादसा सीसीटीवी में कैद हुआ है। उपनिरीक्षक गोठे ने प्रकरण दर्ज िकया, लेकिन हादसे के तीन हफ्ते बाद भी पुलिस आरोपी को नहीं ढूंढ पाई है। पुलिस का कहना है कि, कैमरे में नंबर ठीक से नहीं दिखाई दे रहा है। इस बीच प्रकरण की जांच-पड़ताल करने वाले तीन बार बदले गए हैं, इससे भी मामले को लेकर संदेह व्यक्त किया जा रहा है।


Created On :   29 May 2024 11:05 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story