अभियान: 3 माह में 3 किमी क्षेत्र की सफाई, मंद गति के कारण मनपा के अभियान पर उठ रहे सवाल

3 माह में 3 किमी क्षेत्र की सफाई, मंद गति के कारण मनपा के अभियान पर उठ रहे सवाल
  • संभावित आपदाग्रस्त इलाकों में सफाई का नामोनिशान नहीं
  • नदी एवं नाला स्वच्छता अभियान की गंभीरता पर सवाल उठ रहे
  • नरेन्द्र नगर पुल के समीप भी दुरूस्ती का हवाला, सफाई नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में प्रमुख तीन नदियों और नालों की सफाई के लिए 6 नई पोकलेन को शामिल किया गया है। एक जनवरी से शहर में 3 नदी और 227 नाला सफाई अभियान को आरंभ किया गया है। पर्याप्त संसाधनों के साथ ही पैकेज निहाय सफाई को निर्धारित किया गया है, लेकिन तीन माह बीत जाने के बाद भी 49.17 किमी लंबे इलाके में से अब तक 3.17 किमी की ही सफाई हुई है। सफाई अभियान के लिए मनपा प्रशासन ने पोकलेन, टिप्पर, जेसीबी के साथ ही जोन के कार्यकारी अभियंता को जिम्मेदारी दी है, लेकिन शहर में संभावित आपदाग्रस्त इलाकों में अब भी सफाई अभियान जारी होने का नामोनिशान नहीं है। धंतोली जोन कार्यालय के सामने नाग नदी के हिस्से, नरेन्द्र नगर के समीप नाले की स्थिति को देखकर नदी एवं नाला स्वच्छता अभियान की गंभीरता पर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि, आला अफसरों का दावा है कि, गंभीरतापूर्वक और उत्तरदायित्व के साथ नदी-नालों की सफाई की जा रही है। बारिश में नदी और नालों के कारण आस-पास का क्षेत्र जलमग्न होने की संभावना नहीं होगी।

दुरुस्ती का हवाल देकर नहीं की जा रही सफाई : पिछले साल 22 सितंबर को अंबाझरी बांध ओवरफ्लो होने पर शहर में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। इसे देखते हुए 1 जनवरी 2024 से नदी-नाला सफाई अभियान शुरू किया गया है। शहर में तीनो नदियों के 49.17 किमी में से अब तक केवल 3.17 किमी क्षेत्र में ही सफाई की जा सकी है। शहर में 227 नालों में से अधिकतर की सफाई को पूरा कर लिया गया है, लेकिन नदि सफाई का काम अभी भी मंद गति से चल रहा है। कई संभावित जलमग्न होने वाले इलाकों में गंभीरता से सफाई नहीं हो रही है। अफसरों का दावा है कि, गंभीरतापूर्वक सफाई अभियान चलाया जा रहा है। धंतोली जोन कार्यालय के सामने रेलवे की ओर से आरओबी की दुरूस्ती के चलते नाग नदी के हिस्से की सफाई नहीं हो रही है। नरेन्द्र नगर पुल के समीप भी दुरूस्ती का हवाला दिया गया, लेकिन सफाई नहीं की जा रही है। पिछले कई सालों से दोनों इलाकों में बारिश में जलजमाव होने की संभावना रहती है।

नदियों के स्ट्रेच में अब तक सफाई

शहर में तीनों नदियों के 49.17 किमी के कुल क्षेत्र में से अब तक 3.17 किमी में ही सफाई हो पाई है। आंकड़ों के मुताबिक कुल क्षेत्र का महज 11 फीसदी हिस्सा ही साफ हो पाया है। मार्च माह तक मंद गति से काम चलने पर मनपा के आला अफसर परेशान हो रहे हैं।

नाग नदी- अंबाझरी तालाब से पंचशील चौक, पंचशील चौक से अशोक चौक, अशोक चौक से सेंट जेवियर स्कूल, सेंट जेवियर स्कूल से पारडी उड़ान पुल (भंडारा रोड), पारडी उड़ान पुल से पुनापूर (भरतवाड़ा में नाग एवं पीली नदी संगम) 1.47 किमी क्षेत्र में सफाई।

पीली नदी- गोरेवाड़ा तालाब से मानकापुर दहनघाट, मानकापूर दहनघाट से कामठी रोड पुल, कामठी रोड पुल से पुरानी कामठी रोड पुल, पुरानी कामठी रोड पुल से पुनापूर (भरतवाड़ा-नाग एवं पीली नदी संगम) 1 किमी क्षेत्र में सफाई।

पोहरा नदी- सहकार नगर से नरेंद्र नगर पुल, बेलतरोड़ी से पिपला फाटा, पिपला फाटा से नरसाला विहिरगांव आधा किमी क्षेत्र में सफाई।

बारिश के दौरान अभियान की गुणवत्ता दिखाई देगी : शहर में तीनों नदियों की सफाई को गंभीरता से पूरा किया जा रहा है। नदियों के गहराईकरण, मलबा हटाने के साथ ही दोनों किनारों के हिस्सों को भी शामिल किया गया है। ऐसे में बड़े रूप में काम जारी होने के चलते केवल खानापूर्ति नहीं की जा रही है। बारिश के दौरान जल निकासी सुचारू होने पर अभियान की गुणवत्ता दिखाई देगी। -राजीव गायकवाड़, मुख्य अभियंता, मनपा

Created On :   16 March 2024 11:49 AM GMT

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