सैर-सपाटा: पेंच में बोट सफारी का ले सकेंगे लुत्फ , बाघ और तेंदुओं का आसानी से होगा दीदार

पेंच में बोट सफारी का ले सकेंगे लुत्फ , बाघ और तेंदुओं का आसानी से होगा दीदार
  • ढाई घंटे में 23 किमी घूम सकेंगे
  • जून माह से शुरू करने की योजना
  • बोट में बैठकर ले सकेंगे घूमने का आनंद

सचिन मोखारकर , नागपुर। जंगल सफारी के शौकीनों को अब पेंच में नया अनुभव मिलने वाला है। महाराष्ट्र में पहली बार बोट सफारी शुरू होने वाली है। अगले महीने यानी जून से इसे शुरू किया जाने वाला है। पानी में ढाई घंटे बोट में बैठकर वन्यजीवों का दीदार एक अलग अनुभव होगा। अधिकारियों की मानें, तो इसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है। साउथ इंडिया से दो बोट लाए जाने वाले हैं।

काफी संख्या में हैं तेंदुआ और बाघ : नागपुर का पेंच व्याघ्र प्रकल्प केवल राज्य के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए आकर्षण का केन्द्र है। 789 वर्ग किमी में फैले इस जंगल के दायरे में 50 बाघ व इससे ज्यादा तेंदुए रहते हैं। इसके अलावा यहां वन्यजीवों में हिरण, नीलगाय, बारासिंगा, लोमड़ी, मगरमच्छ आदि रहते हैं। ऐसे में हर साल लाखों की संख्या में यहां देश ही नहीं, विदेश से भी पर्यटक आते हैं। गत साल का आंकड़ा देखें, तो एक लाख से ज्यादा पर्यटकों ने यहां सिल्लारी, कोलितमारा, खुबाडा, पवनी, खुर्सापार आदि गेट पर दस्तक दी है।

एक बोट में 24 पर्यटक होंगे सवार : जिप्सी में बैठकर हरियाली से सराबोर इस जंगल में वन्यजीवों का दीदार करना एक अच्छा अनुभव है। पर्यटक व पर्यावरण प्रेमी यह अनुभव भूल नहीं सकते हैं। इसे और रोमांचक बनाने के लिए अब पेंच प्रशासन पानी में सफारी की सुविधा देने जा रहा है। यानी सोलर पावरयुक्त बोट के माध्यम से पर्यटक कोलितमारा से नवेगांव खैरी तक 23 किमी ढाई घंटे तक सफारी का मजा ले सकते हैं।। एक बोट में 24 पर्यटकों को जगह मिलेगी। ऐसे में दो बोट के द्वारा एक बार में 48 पर्यटक पानी में घूमते हुए वन्यजीवों को देख सकेंगे।

नहीं होना पड़ेगा मायूस : वर्तमान स्थिति में जंगल सफारी के दौरान कई बार पर्यटकों को मायूस होना पड़ता है, जिसका मुख्य कारण बाघ के दर्शन बहुत कम होते हैं। जंगल में बड़ी-बड़ी घास के पीछे छुपे बाघ आसानी से नजर में नहीं आते हैं, लेकिन अब बोट सफारी में उन्हें ऐसी स्थिति से कम ही गुजरना पड़ेगा। पानी के किनारे अक्सर पानी पीने के लिए बाघ से लेकर विभिन्न वन्यजीव आते हैं, जिन्हें आसानी से देखा जा सकता है। यही नहीं पेंच में करीब 50 मगरमच्छ भी रहते हैं, जो बोट सफारी के दौरान देखे जा सकते हैं।

Created On :   18 May 2024 2:08 PM IST

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