नागपुर: धधकती रही आग, गोरेवाड़ा जू में एक साथ कई स्थानों पर धुआं-धुआं 50 हेक्टेयर खाक

धधकती रही आग, गोरेवाड़ा जू में एक साथ कई स्थानों पर धुआं-धुआं 50 हेक्टेयर खाक
  • 100 से ज्यादा कर्मचारियों की कड़ी मशक्कत से मिली सफलता
  • वन विभाग में मची खलबली
  • नुकसान नहीं, जांच चल रही है

डिजिटल डेस्क, नागपुर. गोरेवाड़ा जू में गुरुवार की दोपहर अचानक कई स्थानों पर एक ही समय आग लगने की घटना हुई। नतीजा आग तेजी से फैलती चली गई और देखते-देखते ही देखते लगभग 50 हेक्टेयर जंगल खाक हो गया। आग पर काबू पाने के लिए एनएमसी की दो गाड़ियां और वन विभाग की एक गाड़ी के साथ लगभग 100 कर्मचारी जद्दोजहद करते रहे। शाम 5 बजे जैसे-तैसे आग पर नियंत्रण पाया गया। दिन भर की भाग-दौड़ के बीच आग के कारण 50 हेक्टेयर तक जंगल जलकर खाक होने की खबर है, लेकिन अधिकारियों के अनुसार इसमें केवल घास ही जला है, कोई वन्यजीव या सफारी के पर्यटकों को नुकसान नहीं हुआ है। आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। सूत्रों की मानें तो आग प्राकृतिक तौर पर नहीं लगी थी, बल्कि जान-बूझकर लगाई गई थी।

वन विभाग में मची खलबली

नागपुर के पास गोरेवाड़ा में हाल ही में बालासाहेब इंटरनेशनल जू बना है, जहां चार सफारी बनाई गई है। इसमें लेपर्ड, टाइगर, हरबीओवर व भालू सफारी बनाई गई है। यहां आने वाले पर्यटकों को एक-एक कर चारों सफारी में घुमाया जाता है। ऐसे में प्रति दिन यहां हजारों की संख्या में लोगों का आना-जाना लगा रहता है। गुरुवार को दिन भर सफारी प्रभावित रही। दोपहर 12 बजे जू प्रशासन को खबर लगी कि भालू सफारी की ओर सुरक्षा दीवार के पास आग लगी है। टीम आग पर काबू पाने के लिए पहुंची, लेकिन लगातार एक से ज्यादा जगहों से धुआं उठते दिखने के बाद खलबली मच गई।

जान-बूझकर किया गया काम

एनएमसी को सूचना देने पर सिविल लाइंस से दमकल विभाग की दो गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं। वन विभाग की एक गाड़ी भी मौके पर आ गई। पानी व फायर ब्लोअर की मदद से करीब 100 से ज्यादा कर्मचारी आग बुझाने की जद्दोजहद में लगे थे। आग को वन्यजीवों तक जाने से पहले रोकना मुख्य उद्देश्य था, जिसमें विभाग सफल भी रहा। शाम 5 बजे तक शेल्टर से आधा किमी दूरी पर आग को पूरी तरह से बुझा लिया गया। हालांकि तब तक 50 हेक्टेयर से ज्यादा का जंगल खाक हो गया था। ऐसे में अब देखना यह है, कि इसमें किसी वन्यजीव की जान तो नहीं गई है। अधिकारियों की मानें तो अभी तक किसी तरह के कोई नुकसान की खबर सामने नहीं आई है। सूत्रों की मानें तो जू प्रशासन को परेशान करने के लिए आग जान-बूझकर एक से ज्यादा जगहों पर लगाई गई थी। मामले की जांच चल रही है।

नुकसान नहीं, जांच चल रही है

एस. भागवत, व्यवस्थापक, गोरेवाड़ा जू के मुताबिक भालू सफारी परिसर में एक से ज्यादा जगह आग लगी थी। आग लगने का कारण पता नहीं चला है, लेकिन दिन भर आग पर काबू पाने की मशक्कत चलती रही। शाम को 5 बजे नियंत्रण पाया जा सका। अभी तक नुकसान की कोई बात सामने नहीं आई है। जांच चल रही है।


Created On :   16 Feb 2024 2:30 PM IST

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