हत्या: बॉस की हत्या, सहकर्मियों ने मित्र की बॉसगीरी से त्रस्त होकर ली जान, दो आरोपी गिरफ्तार

बॉस की हत्या,  सहकर्मियों ने मित्र की बॉसगीरी से त्रस्त होकर ली जान, दो आरोपी गिरफ्तार
  • तीनों एक ही फ्लैट में रहते थे, करते थे मौजमस्ती
  • महिला सहकर्मियों के सामने जलील करने से थे नाराज
  • शराब के नशे में मित्रों को नौकरी से निकालने की देता था धमकी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में दो हत्या की घटनाएं हुई हैं। पहली घटना में बॉसगीरी से त्रस्त होकर सहकर्मियों ने मित्र को ही मौत के घाट उतार दिया। पुलिस से बचने के लिए हत्या को हादसे का रूप देने का प्रयास किया गया। इस बीच बेलतरोड़ी थाने में हत्या का प्रकरण दर्ज कर दो आरोपी मित्रों को गिरफ्तार किया गया है। अदालत में पेश कर उन्हें 27 फरवरी तक पीसीआर में लिया गया है। शव परिजनों को सौंप दिया गया है। दूसरी घटना पैसों के लेन-देन को लेकर हुई है।

फ्लैट में करते थे पार्टी : मूलत: हरियाणा के फरीदाबाद वर्तमान में अग्निरथ संकुल श्याम नगर निवासी एल. देवनाथन एन. आर. लक्ष्मी नरसिह्मन 21 वर्ष था। वह मिहान में हेजावेअर कंपनी में सहायक प्रबंधक था। उस कंपनी में देवनाथ का रूम पार्टनर पवन अनिल गुप्ता (28) और उसका मित्र गौरव भीमसेन चंदेल (32) अन्नपूर्णा अपार्टमेंट बेलतरोड़ी निवासी है। पवन और गौरव मध्य प्रदेश के बैतूल जिला के निवासी हैं। दोनों देवनाथन के अधिनस्थ काम करते थे। अवकाश के दौरान तीनों साथ में पार्टी करते थे। लाखों रुपए के पैकेज की नौकरी पर होने से शराब व अन्य मौज-मस्ती पर जमकर खर्च करते थे। दो दिन पहले भी उन्होंने देवनाथन के फ्लैट में पार्टी की थी। तीनों ने जमकर शराब पी।

चाकू घोंप दिया : अवकाश के दौरान घर में होने के बाद भी देवनाथन का बर्ताव दोनों से दफ्तर जैसा ही रहता था। हमेशा वह बॉस बनकर आदेश देता था। कई बार उन्हें काम से निकालने की भी धमकी देता था। घटना के दौरान भी जब वह नशे में होने के बावजूद बॉसगीरी दिखाने लगा, तो पवन और गौरव का उससे विवाद हाे गया। दोनों ने तैश में आकर पहले लात-घूसों से उसकी पिटाई की और सब्जी काटने का चाकू उसके सीने में घोप दिया। देवनाथन को खून से लथपथ देखकर दोनों के होश उड़ गए। उसके बाद देवनाथन को निजी अस्पताल में ले जाया गया। उसकी हालत नाजुक होने से निजी अस्पताल ने लेने से मना कर दिया, तब उसे मेडिकल अस्पताल लाया गया, जहां पर चिकित्सकों ने उसकी मृत्यु होने की पुष्टि की। अस्पताल से मिली सूचना के आधार पर पुलिस पहुंची और कानूनी कार्रवाई शुरू की।

धमकी देता था : पता चला है कि देवनाथन सहकर्मियों को ऑफिस में विशेषतौर पर महिला व अन्य कर्मचारियों के सामने उनके कामों में गलती निकालकर फटकार लगाता था और काम से निकालने की धमकी देकर उन्हें अपमानित करता था।

पुलिस को गुमराह किया : देवनाथन, गौरव व पवन उच्च शिक्षित हैं। फर्राटेदार अंगरेजी में बात करते हैं और लाखों रुपए के पैकेज पर नौकरी कर रहे थे। शुरुआती दौर में आरोपियों ने पुलिस को यह बोलकर गुमराह करने का प्रयास किया कि देवनाथन के चिल्लाने की आवाज सुनकर पवन जब उसके कमरे मेंं पहुंचा तो देवनाथन के सीने से खून बह रहा था। बाद में बताया कि उसके गुप्तांग में कोई परेशानी थी। उसके बाद यह बताया कि नशे में होने से वह खुद चाकू पर गिरा, जिससे उसकी मौत हो गई। बार-बार बयान बदलने से पुलिस दोनों से अलग-अलग सख्ती से पूछताछ की, तो उन्होंने बॉसगीरी से त्रस्त होकर उनके हाथोें देवनाथन की हत्या होने की बात कबूल की। शुरुआत में प्रकरण को आकस्मिक मृत्यु के रूप में दर्ज किया गया था, जिसे बाद में देवनाथन के भाई की शिकायत पर हत्या के रूप में तब्दील कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस को नहीं दी सूचना : घटित प्रकरण से उच्च शिक्षित होने के बावजूद आरोपियों ने घटना छुपाकर रखी और पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी। घटना के पीछे और भी कोई कारण होने का कयास लगाया जा रहा है। पुलिस ने उनके मूल गांव बैतूल जिले में भी आरोपियों के बारे में पूछताछ की है।

पैसे के विवाद में हत्या :एक अन्य मामले में बुधवार की देर रात पैसे के विवाद में हत्या का मामला सामने आया है। घटना रामबाग क्षेत्र की है। मृतक महेश बावणे (22) है। शंकर नामक आरोपी उसका पड़ोसी बताया जा रहा है। दोनों में पैसे को लेकर विवाद हुआ, जिसके बाद शंकर ने महेश की हत्या कर दी। फिलहाल शव मेडिकल भेजा गया है। जांच जारी है। बताया जाता है कि पहले दोनों में अच्छे संबंध थे, लेकिन पैसों के विवाद ने दोनों के संबंधों में खटास पैदास की, जिससे घटना को अंजाम दिया गया है।

Created On :   22 Feb 2024 12:07 PM IST

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