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दावानल: फिर धधका जैवविविधता पार्क , 10 हेक्टेयर जंगल खाक, वन संपदा का हुआ नुकसान
- अग्निशमन विभाग की 9 गाड़ियों को करनी पड़ी मशक्कत
- वन विभाग के 70 से 80 कर्मचारियों ने बुझाई आग
- जांच में जुटी टीम
डिजिटल डेस्क, नागपुर। अंबाझरी के जैवविविधता पार्क में आग लगने का मामला प्रकाश में आया था। आग के विकराल होेने से 10 हेक्टेयर जंगल खाक हो गया था। जैसे-तैसे आग पर नियंत्रण पाया गया था। लेकिन दूसरे ही दिन यानी बुधवार की सुबह दूसरी जगह फिर आग का तांडव शुरू हुआ। आग इतनी विकराल थी, कि इसे बुझाने में अग्निशमन विभाग की 9 गाड़ियों को मशक्कत करना पड़ी। 7 से 8 घंटे अनवरत चले आग के तांडव से 50 हेक्टेयर के करीब क्षेत्र खाक हाे गया। रात तक आग पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया गया था। ऐसे में वन कर्मचारियों ने यहां रात गुजारी, ताकि आग को काबू में रखा जा सके। सुबह आग से नुकसान की बात सामने आई। फिलहाल आग लगने का कारण मानव गलती ही मानी जा रही है।
वन्यजीवों की मौजूदगी के लिए अंबाझरी परिसर में वन विभाग का बायोडायवर्सिटी पार्क का निर्माण किया है। 756 हेक्टेयर जमीन पर इसे साकार कर यहां, वन्यजीवों का प्रतिकृति रखने के अलावा जंगल का माहौल बनाया गया है। जहां साइकिल व स्कूटर की मदद से पर्यटक सफारी भी करते हैं। यहां वन्यजीवों की मौजूदगी है। साथ ही विदेशी पक्षियों की ज्यादा संख्या देखने मिलती है।
70-80 कर्मचारियों ने की मशक्कत : बारिश व ठंड में हरा-भरा रहनेवाला यह क्षेत्र ग्रीष्म के शुरुआत से ही सूखी घास की चादर ओढ़े है। ऐसे में मंगलवार को पहली बार यहां दोपहर में आग लगी थी। जिसके बाद कर्मचारियों ने मिलकर कुल 6 अग्निशमन विभाग की गाड़ियों की मदद से शाम तक आग पर काबू पा लिया था। इसके बाद सबने राहत की सांस ली थी। लेकिन बुधवार को स्थिति और गंभीर हुई। सुबह 11.30 बजे दूसरी जगह से आग की लपटें उठती देखी गईं। जिसके बाद मनपा को इसकी जानकारी देकर अग्निशमन विभाग से एक के बाद एक 9 गाड़ियों को बुलाया गया। वहीं वन विभाग के 70 से 80 कर्मचारियों ने मिलकर इस आग पर काबू पाया।
जांच रिपोर्ट आने के बाद होगा नुकसान का खुलासा : रात 8.30 बजे तक आग को पूरी तरह से बुझाया नहीं गया था। कुछ-कुछ जगह पर आग सुलगते दिख रही थी। ऐसे में यहां 10 से ज्यादा कर्मचारियों को रातभर की ड्यूटी लगाई गई। ताकि आग धधकने पर समय से पहले इसे बुझाया जा सके। वन विभाग ने कितना क्षेत्र जला इसकी अभी पुष्टि नहीं की है। लेकिन सूत्रों की मानें तो दूसरे दिन की आग पहले दिन की तुलना विकराल थी। वहीं इससे 4 से 5 गुना ज्यादा नुकसान की आशंका है। ऐसे में 50 हेक्टेयर जलकर खाक होने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। अभी यह जांच भी बाकी है, कि वन विभाग का कितना नुकसान हुआ है।
Created On :   14 March 2024 1:16 PM IST