लोकसभा चुनाव: भाजपा की दूसरी सूची जारी, मैदान में उतरे दिग्गज , गडकरी, मुनगंटीवार को टिकट

भाजपा की दूसरी सूची जारी, मैदान में उतरे दिग्गज , गडकरी, मुनगंटीवार को टिकट
  • भाजपा ने महाराष्ट्र में 20 उम्मीदवारों की घोषणा की
  • संजय धोत्रे की जगह पुत्र अनूप धोत्रे होंगे उम्मीदवार
  • हंसराज अहिर को नहीं मिला मौका

डिजिटल डेस्क, नागपुर । लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने महाराष्ट्र में 20 उम्मीदवारों की घोषणा की है। इनमें विदर्भ के 10 में से 4 सीटों का समावेश है। नागपुर से केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी को तीसरी बार उम्मीदवार चुना गया है।

ऐसी ही स्थिति

वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार को चंद्रपुर से उम्मीदवार बनाया गया है।

चंद्रपुर से उम्मीदवारी की आस लगाए बैठे पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री हंसराज अहिर काे मौका नहीं मिला है।

वर्धा में रामदास तड़स को तीसरी बार मौका दिया गया है।

गडचिरोली में भाजपा सांसद अशोक नेते वेटिंग पर हैं। फिलहाल गडचिरोली में उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है।

अकोला के सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री संजय धोत्रे भी उम्मीदवारी पाने से चूक गए हैं। हालांकि उनके पुत्र अनूप धोत्रे को भाजपा ने उम्मीदवारी दी है।

चर्चाओं पर विराम : भाजपा उम्मीदवारों की पहली सूची में नागपुर से नितीन गडकरी का नाम शामिल नहीं होने से कई कयास लगाए जाने लगे थे। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने तो उन्हें शिवसेना की टिकट पर चुनाव लड़ने का आमंत्रण दे दिया था। अब सभी चर्चाओं पर विराम लग गया है। सबसे अधिक चर्चा का विषय चंद्रपुर क्षेत्र भी बना है। सुधीर मुनगंटीवार ने एक दिन पहले ही कहा था कि उन्हें दिल्ली की राजनीति में रुचि नहीं है। वे लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं, लेकिन पिछले काफी दिनों से यह भी चर्चा थी कि मुनगंटीवार ही चंद्रपुर से भाजपा के उम्मीदवार होंगे। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय गृहराज्यमंत्री रहे हंसराज अहिर के साथ मुनगंटीवार की राजनीतिक स्पर्धा रही है। अब यह स्पर्धा और भी तेज हो सकती है।

आत्राम ठोंक चुके ताल : गड़चिरोली को लेकर पहले से ही कहा जा रहा था कि उम्मीदवार चयन के मामले में इंतजार करना हाेगा। राज्य में भाजपा गठबंधन में राकांपा अजित गुट के शामिल होने के बाद इस सीट पर राकांपा अजित गुट का दावा अधिक प्रबल है। राकांपा नेता व राज्य सरकार में मंत्री धर्मराव बाबा आत्राम लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। वे राकांपा अजित गुट या भाजपा की टिकट पर भी चुनाव लड़ सकते हैं। ऐसे में दो बार चुनाव जीते अशोक नेते को टिकट के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।

तड़स की उम्मीदवारी : वर्धा में उम्मीदवार बदलने की तैयारी की चर्चा थी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले का नाम भी संभावित उम्मीदवारों में गिनाया जा रहा था, लेकिन तड़स की उम्मीदवारी कायम रखी गई है। मानव संसाधन विकास मामलों के राज्य मंत्री रहे संजय धोत्रे कुछ समय से भाजपा में राजनीतिक तौर पर हासिये पर चल रहे हैं। उनके स्थान पर उनके पुत्र अनूप को टिकट दिया गया है। अनूप को भाजपा ने पहले ही अकोला का चुनाव प्रभारी नियुक्त कर रखा है।

गडकरी का ट्विट : भारतीय जनता पार्टी, केंद्रीय चुनाव समिति ने नागपुर से प्रत्याशी घोषित कर मुझ पर पुन: विश्वास दर्शाया है। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा तथा चुनाव समिति को धन्यवाद देता हूं। पिछले 10 वर्षों में मैंने बतौर सांसद नागपुर के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयास किया है। जनता के प्रेम और समर्थन के आधार पर यह कार्य आगे भी जारी रहेगा, यह विश्वास दिलाता हूं। -नितीन गडकरी, सांसद, नागपुर

इन सीटाें पर इंतजार : अमरावती, रामटेक, गडचिरोली, भंडारा-गाेंदिया, बुलढाणा, यवतमाल-वाशिम सीट के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। अमरावती, रामटेक, बुलढाणा व यवतमाल-वाशिम से पिछले चुनाव में भाजपा गठबंधन से शिवसेना उम्मीदवार चुनाव लड़ते रहे हैं। शिवसेना में विभाजन के बाद इन सीटाें के लिए भाजपा ने भी दावा किया है। भंडारा-गोंदिया में भाजपा चुनाव लड़ती रही है, लेकिन राकांपा अजित गुट से मित्रता के कारण इस सीट पर उम्मीदवार चयन के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। गड़चिरोली में भी राकांपा अजित गुट का दावा है।








Created On :   14 March 2024 5:21 AM GMT

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