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रक्तदान: रक्तदाता बढ़ाने मेडिकल के ब्लड बैंक की नई संकल्पना, गूगल फॉर्म भरकर ब्लड बैंक में कर सकेंगे रक्तदान
- गूगल फॉर्म भरकर ब्लड बैंक में कर सकेंगे रक्तदान
- 23500 यूनिट रक्त संकलन सालाना
- 3500 से अधिक मरीज ओपीडी में हर रोज आते हैं
डिजिटल डेस्क, नागपुर । बढ़ती जनसंख्या के साथ सरकारी अस्पतालाें में मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। मेडिकल व मेयो की ओपीडी में हर रोज 3500 से अधिक मरीज जांच व उपचार के लिए आते हैं। इसके अलावा आपात स्थिति में भर्ती होनेवाले मरीजों की संख्या भी 150 से अधिक होती है। वहीं इन दो सरकारी अस्पतालों के अलावा डागा अस्पताल मिलाकर प्रसूति की संख्या 60 से अधिक होती है। वर्तमान हालात को देखते हुए दुर्घटनाग्रस्त, प्रसूति, सर्जरी, सिकलसेल, थैलेसीमिया व अन्य आपात स्थिति में रक्त की बड़ी मात्रा में आवश्यकता होती है। जरूरतमंदों को समय पर रक्त उपलब्ध हो सके, इसलिए समाजसेवी संस्थाओं के अलावा मेडिकल, मेयो व डागा द्वारा स्वेच्छा रक्तदान व शिविरों के माध्यम से अधिकाधिक रक्त संकलन का प्रयास किया जाता है। अब इससे भी आगे सोशल मीडिया के साथ ही युवाओं को रक्तदान अभियान के साथ जोड़ने की सराहनीय पहल हो चुकी है।
सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को करेंगे प्रेरित _ शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) ने जरुरतमंदों को समय पर रक्त उपलब्ध हो सके, इसके लिए स्वेच्छा रक्तदाता, शिविर के साथ ही रक्तदान अभियान को बढ़ावा देने एक अनोखा प्रयास शुरु किया है। मेडिकल की आदर्श ब्लड बैंक ने रक्तदान की संख्या बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया पर एक्टिव रहनेवाले युवाओं को रक्तदान के प्रति प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए जल्द ही विविध सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से युवाओं को रक्तदान का महत्व बताकर उन्हें प्रेरित किया जाएगा। इस तरह युवावर्ग को रक्तदान अभियान से जोड़ा जाएगा।
विविध स्तर पर प्रयासरत : इसके अलावा एक ऑनलाइन गूगल फॉर्म जारी किया गया है। जिसे स्वेच्छा रक्तदाता द्वारा घर बैठे भरकर दिया जा सकेगा। फॉर्म के साथ मेडिकल की आदर्श ब्लड बैंक के किशोर धर्माले, विक्रम लांजेवार, डॉ. प्राजक्ता, डॉ. अनुश्री, डॉ. मिताली के नाम व मोबाइल नंबर दिये गए हैं। उनसे संपर्क कर रक्तदान की रक्तदान के संबंध में सारी जानकारी ली जा सकती है। रक्तदाताओं की संख्या बढ़ाने के लिए विविध स्तर पर प्रयास किए जाएंगे। इसमें सरकारी व निजी दफ्तरों, सार्वजनिक मंडल, समाजसेवी संगठन, महाविद्यालय आदि मंें रक्तदान के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके लिए संगठनों व मंडलों की मदद ली जाएगी।
पिछले साल 8000 यूनिट की कमी : जिले में चार सरकारी ब्लड बैंक हैं। शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल), मेडिकल से संलग्न सुपर स्पेशालिटी अस्पताल, इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेयो) और शासकीय डागा स्मृति महिला अस्पताल में ब्लड बैंक हैं। चारों ब्लड बैंकों में सालाना 32500 यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है। लेकिन यहां सालाना 23500 यूनिट रक्त संकलन हो पाता है। यह संकलन स्वेच्छा रक्तदाताओं और शिविरों के माध्यम से होता है। चारों ब्लड बैंकों द्वारा सालाना कुल 325 शिविरों का आयोजन होता है। आबादी के साथ ही सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ी है। इसके साथ ही रक्त की मांग भी बढ़ी है। पिछले साल 8000 यूनिट रक्त की किल्लत हुई थी। इसलिए इस बार मेडिकल में नये स्वरुप में रक्तदान अभियान पर काम किया जानेवाला है।
Created On :   27 April 2024 12:44 PM GMT