- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- नाकाबंदी के दौरान कार में मिले ...
जांच-पड़ताल: नाकाबंदी के दौरान कार में मिले 6.50 लाख रुपए, प्रत्येक वाहनों की हो रही है जांच
- चुनाव के मद्देनजर गठित विशेष उड़नदस्ते ने की कार्रवाई
- पुलिस को देखकर भागने लगा था आरोपी चालक
- लेबल पेमंट करने के लिएरकम ले जाने की बात कही
डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में आचार संहिता लागू होने के बाद थाना स्तर पर नाकाबंदी शुरू कर दी गई है, इसमें वाहनों की जांच की जा रही है। इसके तहत गुरुवार को गणेशपेठ क्षेत्र में एक कार का पीछा कर उसकी डिक्की से नकदी 6.50 लाख रुपए बरामद किए गए हैं। कार के चालक का नाम वीर चौधरी बताया गया है। यह कार्रवाई चुनाव के मद्देनजर गठित किए गए विशेष उड़नदस्ते ने गणेशपेठ चौक के पास एम्प्रेस मिल चौक पर की। पुलिस ने कार और नकदी जब्त कर कार चालक को एक सप्ताह का समय दिया है कि वह साबित करे कि यह रकम वह मजदूरों की पेमेंट देने ले जा रहा था, अन्यथा पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।
कहां की है कार: गौरतलब है कि चुनाव के समय अवैध शराब, अवैध तरीके से रकम ले जानेवालों पर शिकंजा कसने के लिए विशेष उड़नदस्ता गठित किया जाता है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शहर में आचार संहिता लागू हो चुकी है, जिसके चलते वाहनों की जांच हो रही है। यह जांच विशेष उड़नदस्ते द्वारा की गई और कार की डिक्की से नकदी मिली। कार छत्तीसगढ़ पासिंग होने के कारण पुलिस को भी लगा कि यह चुनाव संबंधी रकम तो नहीं है।
असफल रहा प्रयास : सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की शाम को गणेशपेठ में एम्प्रेस मिल चौक के पास नाकाबंदी शुरू थी। इस दौरान कार क्रमांक सीजी 12 डी- 9241 के चालक वीर चौधरी ने पुलिस को देखकर भागने का प्रयास किया। नाकाबंदी में तैनात उड़नदस्ते ने कार का पीछा कर पकड़ लिया। कार की डिक्की की तलाशी लेने पर नकदी 6 लाख 50 हजार रुपए मिले।
पुलिस ने दिया एक सप्ताह का समय : कार के चालक चौधरी कोई सटीक जबाब उस दौरान नहीं दे पाया तो पुलिस का दस्ता उसे गणेशपेठ थाने लेकर गया। उससे पूछताछ शुरू की गई। गणेशपेठ के थानेदार मच्छिंद्र पंडित के अनुसार कार चालक से पूछताछ की जा रही है। कार चालक चौधरी का कहना है कि वह भरत देशमुख से पैसे लेकर मजदूरों काे देने जा रहा था। उसके ठेकेदार देशमुख का वाठोडा और उमरेड रोड पर ठेके का काम शुरू है। कार चालक कितना सच बोल रहा है। इसके लिए उसे पुलिस ने एक सप्ताह का समय दिया है कि वह साबित करे की उक्त रकम मजदूरों की पेमेंट की है, जिसे वह पहुंचाने जा रहा था। खबर लिखे जाने तक गणेशपेठ पुलिस मामले की छानबीन में लगी थी।
Created On :   22 March 2024 10:19 AM GMT