ब्लास्ट: सात लोगों की मौत और कई घायलों के जिम्मेदारों को तत्काल मिली जमानत

सात लोगों की मौत और कई घायलों के जिम्मेदारों को तत्काल मिली जमानत
  • पुलिस पर उठे सवाल उचित धाराओं में केस दर्ज नहीं करने का आरोप
  • कंपनी ट्रेंड कर्मियों की जगह गांव के मजदूरों से करवा रही थी काम
  • कर्मचारियों को नहीं पता था कि विस्फोट होने की स्थिति में क्या करना है

डिजिटल डेस्क, वाड़ी/धमना/ नागपुर। चामुंडी एक्सप्लोसिव बारूद कम्पनी में हुए विस्फोट कांड में 7 की मौत और 3 घायल हुए थे। इससे गुरुवार से क्षेत्र में मातम छाया हुआ है। सबकी आंखें 6 लड़कियां और एक पुरुष को गंवाने से नम थीं। इस हादसे के कारण शुक्रवार को धामना में चूल्हे तक नहीं जले। शाम को सभी का अंतिम संस्कार किया गया। इधर कंपनी के मालिक जय शिवशंकर खेमका, मैनेजर सागर देशमुख को हिंगना पुलिस ने चामुंडी विस्फोट कांड मामले में हिरासत में लिया और उन्हें शुक्रवार को तत्काल 50-50 हजार के मुचलके पर जमानत भी मिल गई। इन पर 286, 304-ए (मानव वध) और 338 के तहत अपराध दर्ज किया गया था। 3 घायलों में से एक दानसा मरसकोल्हे (26) की शुक्रवार रात 8 बजे मौत हो गई। इससे मृतकों की संख्या 6 से 7 हो चुकी है। दो अन्य घायलों में प्रमोद चव्हरे (35) और श्रद्धा पाटील (22) 80 प्रतिशत झुलसने से हालत नाजुक बनी हुई है। जिम्मेदारों को मिली जमानत पर लोगों को पुणे की पोर्श दुर्घटना और शहर का मालू केस याद आ गया, जिसमें लोगों को गाड़ी से कुचलने वाले को असानी से जमानत मिल गई थी।

ग्रामीणों ने किया हाईवे जाम: अमरावती रोड तथा नागपुर की ओर आने-जाने वाले दोनों तरफ के रोड कुछ समय तक आक्रोशित ग्रामवासियों ने जाम कर दिया था। हालांकि बारिश आने से सब तितर-बितर हो गए थे। आंदोलन कुछ समय के लिए रुका हुआ था। आखिरकार धनादेश देने की जानकारी मिलने से माहौल थोड़ा शांत हुआ।

शवों को लेकर आईं एंबुलेंस को घंटों रोके रखा : शुक्रवार को शव परीक्षण करके मेयो तथा मेडिकल से शवों को धामना लाया गया। लोगों का आक्रोश देखते हुए शुरुआत में 3 एंबुलेंस में शव लेकर आने के बाद एंबुलेंस गांव में कुछ दूरी पर खड़ी की गईं। कुछ समय बाद ग्रामवासियों के आग्रह पर एंबुलेंस कंपनी के गेट के सामने खड़ी कर दी गई। पुलिस प्रशासन पर ग्रामवासियों ने नाराजगी व्यक्त की है। ग्रामीणों का कहना था कि जब तक मुआवजा नहीं मिलता, तब तक शव यहीं रखे जाएंगे।

12 दिन से पड़ा था माल, इसलिए और बड़ा हुआ हादसा ः सूत्रों ने बताया कि यहां जो बारूद का माल बनता है, वह हर रोज ट्रांसपोर्ट करके निकला जाता था, मगर बीते 12 दिनों से माल वहीं पड़ा हुआ था, जिससे बड़ा हादसा हुआ। यह कंपनी सोलर कंपनी से पार्टनरशिप में होने की भी जानकारी है।

यह हो सकता है ब्लास्ट का कारण : कंपनी के कर्मियों से बात करने पर पता चला कि एक तो इलेक्ट्रिक सर्किट से ब्लास्ट हुआ हो, बारूद की बत्ती पर चिंगारी लगी हो या प्लास्टिक चिपकाने वाली गरम मशीन से बत्ती में आग लगने से ब्लास्ट हुआ हो, अन्यथा बारूद पर पड़ने से बारूद में चिंगारी निकलती है, उससे ब्लास्ट हुआ हो।

35 लाख का मुआवजा : चामुंडी एक्सप्लोसिव कंपनी में विस्फोट के मामले में मृतकों के परिजनों से केंद्रीय सड़क व महामार्ग विकास मंत्री नितीन गडकरी ने शुक्रवार को भेंट की और उन्हें सांत्वना दी। घटनास्थल का जायजा लिया। उन्होंने मृतकों के परिवारों को 25 लाख कंपनी की ओर से और 10 लाख सरकार की ओर से दिए जाने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि साथ ही 20 हजार रुपए हर महीना इंस्टॉलमेंट में देने की व्यवस्था की गई है। गडकरी के साथ विधायक समीर मेघे, भाजपा नेता चरण सिंह ठाकुर, पुलिस आयुक्त रवींद्र सिंगल, विस्फोटक नियंत्रण विभाग के अधिकारी, इलेक्ट्रिक इंस्पेक्टर आदि उपस्थित थे।


Created On :   15 Jun 2024 6:30 PM IST

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