मनोरोगी: एमबीबीएस के छात्र ने खुद को किया कमरे में बंद , मनोरोग चिकित्सक से चल रहा था उपचार

एमबीबीएस के छात्र ने खुद को किया कमरे में बंद , मनोरोग चिकित्सक से चल रहा था उपचार
  • मनोरोग विशेषज्ञ डॉक्टर से चल रहा था उपचार
  • दरवाजा तोड़कर छात्र को बाहर निकाला
  • मनो रोग विभाग के वार्ड में भर्ती किया

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मेडिकल से संलग्न नर्सिंग कॉलेज की बीएससी नर्सिंग कॉलेज की छात्रा की आत्महत्या को दो दिन भी नहीं हुए, तो नया मामला सामने आया है। यहां के एमबीबीएस में पढ़ रहे एक छात्र ने खुद को कमरे में बंद कर लिया था, जिससे परिसर में हड़कंप मच गया। दरवाजा नहीं खोलने पर दरवाजा तोड़कर छात्र को मनो रोग विभाग के वार्ड में भर्ती किया गया।

स्वयं उपचार बंद कर दिया : प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्थान निवासी एमबीबीएस द्वितीय वर्ष का छात्र अक्षय (बदला हुआ नाम) ने गुरुवार को खुद को कमरे में बंद कर लिया था। राजस्थान में रहते हुए उसका मनो रोग विशेषज्ञ डॉक्टर का उपचार शुरू था। नागपुर के मेडिकल में प्रवेश के बाद यहां के डॉक्टर द्वारा उपचार किया जा रहा था। नवंबर 2023 से उसने स्वयं उपचार लेना बंद कर दिया। उसके पिता सालभर से उसके साथ मेडिकल के समीप स्थित धर्मशाला में रहते हैं।

पिता ने दी सूचना : बुधवार को अचानक अक्षय ने खुद को कमरे में बंद किया, तो पिता ने कई बार दरवाजा खोलने के लिए आवाज लगाई, लेकिन उसने कोई प्रतिसाद नहीं दिया। इसकी जानकारी तुरंत मेडिकल अधिकारी को दी गई। मेडिकल के अधिकारियों ने तुरंत धर्मशाला पहुंचकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस की मदद से दरवाजा तोड़ा गया। अक्षय की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण महाराष्ट्र सुरक्षा दल के जवानों को भी वहां बुलाया गया। जवानों ने अक्षय को पकड़कर एंबुलेंस से मेडिकल के मानसोपचार विभाग में भर्ती किया। विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में अक्षय का उपचार शुरू है।

Created On :   6 April 2024 9:27 AM GMT

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