तफ्तीश: गोलीकांड : वसूली को लेकर गोली चलाने की आशंका, महिला अधिकारी को हाई कोर्ट से भी राहत नहीं

गोलीकांड : वसूली को लेकर गोली चलाने की आशंका, महिला अधिकारी को हाई कोर्ट से भी राहत नहीं
  • आरटीओ गोलीकांड प्रकरण में नया खुलासा
  • विवाद के कारण संकेत की सर्विस रिवाल्वर छीनकर उसी को निशाना बनाया
  • प्रकरण में विभाग के एक बड़े अधिकारी का भी नाम चर्चा में

डिजिटल डेस्क, नागपुर। आरटीओ गोलीकांड प्रकरण में नया खुलासा हुआ है। अब फ्लाइंग स्क्वॉड द्वारा वसूली को लेकर गोली चलाने की आशंका व्यक्त की जा रही है, जिसमें आरटीओ की महिला अधिकारी ने अपने समक्ष अधिकारी पर उसके ही रिवाल्वर से उसे निशाना बनाया था। आरोपी महिला अधिकारी को अभी तक हाई कोर्ट से भी राहत नहीं मिली है। जिला सत्र अदालत से जमानत याचिका खारिज होने के बाद उसने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।

वसूली का काम करते थे : आरटीओ गोलीकांड को लेकर अपराध शाखा की टीम कड़ियों को जोड़ने का प्रयास कर रही है। मामले में गहराई से छानबीन की जा रही है, जिससे प्रारंभिक तौर पर पता चला है कि आरटीओ में फ्लाइंग स्क्वॉड का गठन किया गया था। उसका नेतृत्व पहले आरटीओ की ही मोटर वाहन निरीक्षक गीता शेजवाल करती थी। आरोप है कि कार्रवाई की आड़ में स्क्वॉड से जुड़े कुछ लोग वसूली का काम करते थे। उसके द्वारा जमा हुए रुपए को लेकर विवाद जारी था। उस बात को लेकर गीता शेजवाल और उसके समकक्ष अधिकारी संकेत गायकवाड़ के बीच में विवाद जारी था। माना जा रहा है कि उस विवाद के कारण ही संकेत की सर्विस रिवाल्वर छीनकर उसी को निशाना बनाया गया, लेकिन निशाना चूकने से संकेत के एक पैर को चीरते हुए गोली दूसरे पैर में जा फंसी।

प्रकरण को दबाने की कोशिश : प्रकरण को दबाने की हर संभव कोशिश की गई। प्रकरण में विभाग के एक बड़े अधिकारी का भी नाम चर्चा में रहा है। घटित प्रकरण को लेकर गीता के खिलाफ संकेत की हत्या का प्रयास कए जाने का मामला दर्ज किया गया है। जख्मी संकेत ने भी पुलिस को गुमराह करने के इरादे से झूठी कहानी गढ़ी और सबूत नष्ट किए। गिरफ्तारी का डर सताने से गीता ने जिला व सत्र अदालत में जमानत याचिका दाखल की थी, जिसे मंगलवार को अदालत ने खारिज किया है। उसके बाद गीता ने बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर खंडपीठ में गिरफ्तारी पूर्व जमानत याचिका दाखिल की है। न्यायमूर्ति उर्मिला जोशी-फलके के सामने सुनवाई हुई। फैसला होना बाकी है। आरोपी गीता की तरफ से वकील अनील मार्डिकर ने पक्ष रखा। सरकार की ओर से ए. आर .चुटके ने पक्ष रखा है।

खंगाला जा रहा आपराधिक रिकॉर्ड : गीता के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने के इरादे से राज्यभर में उसके खिलाफ कहां-कहां अापराधिक मामले दर्ज हैं। उसका ब्योरा इकट्ठा िकया जा रहा है। अभी तक उसके खिलाफ 6 प्रकरण दर्ज होने का पता चला है।

तीन बार नोटिस भेजने के बाद भी पेश नहीं हुए : प्रकरण की जांच के दौरान पुलिस के गवाह के तौर पर आरोपी गीता शेजवाल का पति अभिजीत मांजरे, संकेत गायकवाड़ और उसकी पत्नी कोमल गायकवाड़ को तीन बार नोटीस भेजे गए हैं। इसके लिए उन्हे पूछताछ के लिए अपराध शाखा में बुलाया गया था, लेकिन अब तक यह लोग पेश नहीं हुए हैं।

Created On :   25 Jan 2024 12:22 PM IST

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