वुमन अवाॅर्ड 2024: दैनिक भास्कर ने किया प्रतिभाओं का सम्मान , जिन्होंने रचे कीर्तिमान

  • विदर्भ की महिलाओं का हुआ सम्मान
  • विशेष योगदान देने वाली आधी आबादी को सराहा
  • नामांकित महिलाओं की ऑडियो विजुअल के जरिये जर्नी दिखाई

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विदर्भ के सबसे प्रतिष्ठित अवाॅर्ड दैनिक भास्कर वुमन अवाॅर्ड का भव्य आयोजन सोमवार 12 अगस्त को रेडिसन ब्लू होटल में हुआ। इस दौरान विभिन्न क्षेत्र में अपने कार्य से प्रसिद्धि हासिल करने वाली और लोगों को प्रोत्साहित करने वाली महिलाओं का सम्मान किया गया। दैनिक भास्कर द्वारा आयोजित वुमन अवाॅर्ड में मुख्य अतिथि के रूप में शहर के पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र सिंगल, विशेष अतिथि के रूप में वनामती की डायरेक्टर मिताली सेठी, जिला परिषद की सीईओ सौम्या शर्मा और वुमन भास्कर क्लब की चेयरपर्सन नेहा अग्रवाल उपस्थित थीं।

यह बनीं वुमन अवाॅर्ड की विजेता : विजेताओं की घोषणा से पहले सभी नामांकित महिलाओं की ऑडियो विजुअल के जरिये जर्नी दिखाई गई। स्मॉल स्केल बिजनेस में नागपुर की अंकिता चावला, इंटरप्रेन्योर में नागपुर की सुवासिनी साहू, एजुकेशन में नागपुर की मंजुश्री सरदेशपांडे, स्पोर्ट्स में यवतमाल की मनीषा आकरे, परफार्मिंग आर्ट्स में नागपुर की कीर्ति अग्रवाल, लिटरेचर में अमरावती की लता संघई, सेल्फ एम्प्लॉइड प्रोफेशनल में नागपुर की समता पाटनी, ब्रेवरी में नागपुर की रुखसार और सोशल वर्कर कैटेगरी में अकोला की सुमय्या अली विजेता रही। इसके अलावा बेस्ट महिला मंडल कैटेगरी में गोंदिया के श्री कृष्णा गौरक्षण महिला समिति को अवाॅर्ड मिला। इस दौरान जूरी मेंबर्स और सभी नामांकित महिलाओं को मोमेंटो से सम्मानित किया गया और सभी विजेता महिलाओं को विको की तरफ से गिफ्ट हैंपर जबकि आईआरसीटीसी की ओर से गिफ्ट वाउचर दिए गए। कार्यक्रम में रायसोनी ने सहयोग किया, जबकि एसोसिएट स्पॉन्सर वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड, सपोर्ट आईआरसीटीसी ने किया और गिफ्ट स्पॉन्सर विको रहे।

कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुति : कार्यक्रम में कला निकेतन के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई। इस दौरान कला निकेतन की प्रिंसिपल पूजा खंडेलवाल का स्वागत किया गया। कार्यक्रम में रायसोनी ग्रुप के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. मृणाल नाइक, झंकार महिला मंडल की प्रेसिडेंट आभा द्विवेदी, आईआरसीटीसी से अभिनव गुप्ता की उपस्थिति खास रही। साथ ही वुमन भास्कर क्लब की अध्यक्ष मीना जैन और कोर टीम सदस्य से नूतन झा, शशि तिवारी और प्रतीक्षा चौरसिया उपस्थित रहीं। दैनिक भास्कर के संपादक मणिकांत सोनी ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखी। जबकि कार्यक्रम का संचालन रिचा सुगंध और रीमा चड्ढा ने किया।

बच्चों में बनाएं समानता की मानसिकता : मेरी वाइफ भी आईएएस ऑफिसर है तो मैं महिलाओं के घर और ऑफिस की जिम्मेदारी को समझ सकता हूं। आज जिन महिलाओं को यहां सराहा जा रहा है, यह उनके कार्य के लिए है। इसके बाद उनकी जिम्मेदारियां और भी बढ़ जाएंगी। महिलाएं घर को साक्षर करती हैं। उनमें किसी तरह की कमी नहीं है। ऐसी ही मानसिकता बच्चों में बनानी चाहिए। दैनिक भास्कर सिर्फ आयोजन नहीं करता दिल से योगदान देता है। यह मंच भी महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए बेहतरीन है। हमें मिलकर एक ऐसे समाज का निर्माण करना है जो सभी के लिए समान हो। - डॉ. रवींद्र सिंगल, पुलिस आयुक्त, नागपुर

पुरुष और महिला का दर्जा समान हो : हमने महिलाओं को दोहरी जिम्मेदारी दे दी है। घर और बाहर काम की जिम्मेदारी दोनों वह बेहतरीन तरीके से निभा रही हैं। लेकिन औरत अगर बाहर जाकर काम कर सकती है तो घर का काम कौन करेगा? यह भी सवाल है। इसलिए पुरुष और महिला को समान दर्जा देना और हर काम में एक दूसरे का सहयोग जरूरी है। इसके लिए दैनिक भास्कर जैसे मंच की अहम भूमिका है। आने वाले दस साल में हमें ऐसा वातावरण बनाना है जहां हम खुलकर बात कर सकें, विचार रख सकें। - मिताली सेठी, डायरेक्टर, वनामती

महिलाएं हर क्षेत्र में दिखा रहीं अपनी प्रतिभा : हम साल 2024 के साथ एक ऐसे दौर में हैं जहां हम आत्मविश्वास के साथ कह सकते हैं कि महिलाओं की अपनी एक पहचान है। वह आज हर एक क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखा रही हैं। उनकी जिम्मेदारी हर मायने में बड़ी होती है। यह अच्छी बात है कि दैनिक भास्कर इस अवाॅर्ड के जरिये उनके आत्मविश्वास को बढ़ा रहा है। -सौम्या शर्मा, सीईओ, जिला परिषद

यह मंच महिलाओं के लिए प्रेरणादायी : महिलाओं को इस मंच पर सम्मान पाता देख स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। दैनिक भास्कर द्वारा महिलाओं के लिए यह पहल सराहनीय है। यकीनन इससे उन्हें आगे ऐसे ही बेहतरीन कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। -आभा द्विवेदी, अध्यक्ष, झंकार महिला मंडल

जोश के साथ काम की उम्मीद जगी : हमारा लक्ष्य गौ माता की रक्षा करना है और हम इसे दिल लगाकर कर रहे हैं। यही वजह है कि हमें दैनिक भास्कर के प्रतिष्ठित अवाॅर्ड से सराहा गया है। अब और जोश के साथ काम करने की उम्मीद जगी है। -श्री कृष्णा गौरक्षण महिला समिति, गोंदिया (बेस्ट महिला मंडल)

हौसला और भी बढ़ गया : मैं बहुत खुश हूं कि मुझे यह अवाॅर्ड मिला और खासतौर पर दैनिक भास्कर के जरिये मुझे यह सराहना मिली। इससे हौसला और बढ़ गया है। -अंकिता चावला, नागपुर (स्मॉल स्केल बिजनेस अवाॅर्ड विजेता)

कार्य को और लगन से करूंगी : अपने कार्य के लिए सराहना मिलना हर किसी को अच्छा लगता है लेकिन इतने बड़े स्तर पर प्रोत्साहन मिलने पर काफी अच्छा लग रहा है। मैं आगे ऐसे ही अपने कार्य को लगन से करते हुए बेहतरीन करने की कोशिश करती रहूंगी। -सुवासिनी साहू, नागपुर (इंटरप्रेन्योर अवाॅर्ड विजेता)

सम्मान से मिली प्रेरणा : शिक्षा के क्षेत्र में पिछले कई सालों कार्यरत होने के बाद आज वुमन अवाॅर्ड से सम्मानित होना मेरे लिए गर्व की बात है। मेरे लिए एक प्रेरणा है कि आगे भी ऐसे ही कार्य करती रहूं। -मंजुश्री सरदेशपांडे, नागपुर (एजुकेशन अवाॅर्ड विजेता)

मेहनत का नतीजा है अवाॅर्ड : मुझे मेरे कार्य ने खेल के क्षेत्र में एक पहचान दिलाई है। उसी मेहनत का नतीजा है कि दैनिक भास्कर वुमन अवाॅर्ड भी आज मैंने हासिल किया है। महिलाओं के लिए ऐसे मंच उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देते हैं। -मनीषा आकरे, यवतमाल(स्पोर्ट्स अवाॅर्ड विजेता)

कला को आगे बढ़ाने उत्साहित हूं : भगवान राम की कलाकृति से मैंने एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज किया और आज मुझे उन्हीं की कृपा से दैनिक भास्कर वुमन अवाॅर्ड भी मिला है। यह अवाॅर्ड पाकर मैं खुश हूं। अपनी इस कला को आगे बढ़ाने के लिए उत्साहित हूं। -कीर्ति अग्रवाल, नागपुर(परफार्मिंग आर्ट विजेता)

लोगों से सराहना मिलती रहे : लिखने की कला भी अपने आप में एक कला है। मेरे प्रकाशन को हर स्तर पर सराहा गया है। आज परिणाम यह है कि मैं दैनिक भास्कर वुमन अवाॅर्ड की विजेता हूं। मेरी आगे भी कोशिश यही रहेगी कि मेरे कार्य में ऐसे ही मग्न रहूं और लोगों से सराहना पाऊं।-लता संघई, अमरावती (लिटरेचर अवाॅर्ड विजेता)

आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली : जब मैंने अपने कार्य की शुरुआत की तो नहीं पता था कि कैसा होगा सफर। लेकिन फैमिली सपोर्ट ने इतना आगे पहुंचाया है कि आज दैनिक भास्कर वुमन अवाॅर्ड की हक़दार हूं। इस सम्मान ने मुझे आगे बढ़ने की प्रेरणा दी है। -समता पाटनी, नागपुर (सेल्फ एम्प्लॉयड प्रोफेशनल अवाॅर्ड विजेता)

माता-पिता का बड़ा योगदान : मेरी इस उपलब्धि में मेरे माता-पिता का बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने मुझे मेरे हर फैसले में सपोर्ट किया है। आज मुझमें जो भी हिम्मत है, लोगों की सेवा की भावना और मार्गदर्शन की वजह से है। -रुखसार शेख, नागपुर (ब्रेवरी अवाॅर्ड विजेता)

मेरी नि:स्वार्थ सेवा का फल : दैनिक भास्कर ने मुझे वुमन अवाॅर्ड के रूप में मेरी नि:स्वार्थ सेवा का फल दिया है। साथ ही एक हिम्मत दी है कि मैं आगे भी नि:स्वार्थ भाव से लोगों की सेवा करती रहूं। -सुमय्या अली, अकोला (सोशल वर्कर अवाॅर्ड विजेता)

Created On :   14 Aug 2024 6:43 AM GMT

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