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होम सेल्फ परीक्षण किट : बिना संकोच के महिलाएं अब घर पर ही खुद का सैंपल ले जांच को भेज सकेंगी लैब
- बिना संकोच के महिलाएं अब घर पर ही खुद का सैंपल लेंगी
- जांच को भेज सकेंगी लैब
- प्रजनन, यौन समस्या सहित सर्वाइकल कैंसर का पता लगाने में मिलेगी मदद
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महिलाओं से जुड़ी यौन समस्याएं भी एक ऐसी ही समस्या है, जिसके बारे में ज्यादातर महिलाएं खुलकर बात नहीं कर पाती हैं और इससे संबंधित जांच कराने में भी वे संकोच करती हैं। लेकिन अब उनकी इस समस्या का निदान संभव हो सकेगा। सेल्फ कलेक्शन जांच किट के माध्यम से महिलाएं घर बैठे ही बिना हिचकिचाहट और संकोच के जांच के लिए खुद ही सैंपल संकलित कर उसे लैब में भेज सकती हैं।
अक्सर महिलाएं और पुरुष यौन और प्रजनन स्वास्थ्य संबंधित समस्या को लेकर डॉक्टरों से खुलकर बात नहीं कर पाते हैं। इससे संबंधित जांच कराने के लिए वे लैब में जाने से भी कतराते हैं। इसके साथ ही उन्हें लैब में नाम बताने से गोपनीयता भंग होने का डर बना रहता है। यही बातें इलाज में देरी की भी वजह बनती हैं। इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए लाइफ सेल कंपनी ने होम सेल्फ परीक्षण किट की शुरुआत की है। सिर्फ प्रजनन और यौन संबंधी समस्या ही नहीं, बल्कि सर्वाइकल कैंसर, हॉर्मोन परीक्षण के लिए भी घर में कलेक्शन किट की सुविधा शुरू की गई है। इसके अलावा महिलाओं और पुरुषों के अंडाणु और शुक्राणु वर्षों तक सुरक्षित रखने के लिए स्पर्म लॉकर की भी सुविधा शुरू की गई है।
डॉक्टर के पर्चे की जरूरत नहीं
मयूर अभाया, प्रबंध संचालक-लाइफ सेल के मुताबिक इस किट के लिए डॉक्टर के पर्चे की जरूरत नहीं है और न ही सैंपल देने के लिए किसी लैब में जाना पड़ेगा। महिलाएं घर बैठे ही खुद सैंपल संकलित कर उसे अपनी सुविधानुसार जांच के लिए लाइफ सेल की लैब में भेज सकती हैं। जांच की रिपोर्ट उन्हें उनके मोबाइल पर आसानी से ऐप के जरिए मिल सकेगी।
गोपनीयता बनी रहेगी
डॉ. नंदिता पालशेतकर, आईवीएफ विशेषज्ञ और द इंडियन सोसायटी ऑफ असिस्टेड रिप्रोडक्शन की अध्यक्ष के मुताबिक इस तरह की सेवाएं सामाजिक हीन भावना को दूर करने में महत्वपूर्ण साबित होंगी। इनसे महत्वपूर्ण बीमारियों का जल्द पता लगाया जा सकता है। पारंपरिक परीक्षण विधियों की तुलना में इस होम किट के माध्यम से गोपनीयता बनी रहेगी।
कौन-कौन सी जांच
प्रजनन से जुड़ी ओवास्कोर, स्पर्मस्कोर, इंफरजींस के अलावा महिलाओं से जुड़ी पेरीमेनीपोज, यौन स्वास्थ्य संबंधित एसटीडी, सी एंड जी की भी जांच के लिए घर पर महिलाएं और पुरुष स्वयं सैंपल संकलित कर सकते हैं। इसके साथ ही अनुवांशिक बीमारी को लेकर जींस परीक्षण भी घर पर किया जा सकता है।
सर्वाइकल कैंसर के मामले
वर्ष 2020 में दुनिया में सर्वाइकल कैंसर के 6 लाख से अधिक मामले सामने आए थे, जिसमें 21 फीसदी मामले भारत से थे। इसके अलावा एक सर्वे में पाया गया कि 66 फीसदी महिलाएं गंभीर मेनोपोज की समस्या से पीड़ित पाई गई हैं। इन समस्याओं से पीड़ित 35 फीसदी महिलाएं डॉक्टर के पास भी नहीं जाती हैं।
Created On :   21 Jun 2023 3:52 PM GMT