रणनीति: महाविकास की आघाडी की बैठक में दिल्ली जा रहे हैं उद्धव ठाकरे, क्रॉस वोटिंग वालों को न माफी- न टिकट

महाविकास की आघाडी की बैठक में दिल्ली जा रहे हैं उद्धव ठाकरे, क्रॉस वोटिंग वालों को न माफी- न टिकट
  • अगस्त के पहले सप्ताह में होगी खड़गे और पवार के साथ बैठक
  • कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव) और राकांपा (शरद) तैयारी में जुटे

डिजिटल डेस्क, मुंबई, आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर महाविकास आघाडी के तीनों ही दल कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव) और राकांपा (शरद) तैयारी में जुटे हुए हैं। यहां तक कि तीनों ही पार्टियों के नेताओं ने राज्य का दौरा भी शुरू कर दिया है। हालांकि तीनों ही पार्टियों में अभी तक सीटों के बंटवारे को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। सूत्रों का कहना है कि अगस्त महीने के पहले सप्ताह में शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे दिल्ली जाएंगे। जहां वह कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और शरद पवार के साथ मुलाकात करेंगे। खबर है कि तीनों ही पार्टियां अगस्त के आखिर तक सीटों के बंटवारे पर किसी भी नतीजे पर पहुंचना चाहती हैं। ठाकरे के दिल्ली दौरे पर शिंदे गुट ने सवाल उठाते हुए कहा है कि जो लोग हमें दिल्ली दरबारी बोला करते थे, अब सत्ता की खातिर उन्हें भी दिल्ली जाना पड़ रहा है। महाआघाडी के तीनों ही दलों ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर उम्मीदवारों की खोजबीन में शुरू कर दी है। कांग्रेस ने तो विधानसभा चुनाव लड़ने वाले इच्छुक उम्मीदवारों के बायोडाटा भी मंगाने शुरू कर दिए हैं। जबकि उद्धव और शरद गुट भी उम्मीदवारों की खोजबीन में लगे हुए हैं। उद्धव गुट के एक वरिष्ठ नेता ने 'दैनिक भास्कर' को बताया कि जुलाई के आखिर तक तीनों ही पार्टियों की अंतर्गत बैठकें चलती रहेंगी। इसके बाद अगस्त के पहले सप्ताह में तीनों ही दलों में सीट बंटवारे को लेकर चर्चा होगी। इस नेता ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव में मिली जीत के बाद तीनों ही पार्टियों और उनके कार्यकर्ताओं के हौसले बुलंद हैं। इसलिए सभी दल ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। लेकिन चुनावी समीकरणों को देखते हुए ही सीट बंटवारे पर आघाडी की बैठक में ही फैसला होगा। उद्धव ठाकरे के दिल्ली दौरे पर निशाना साधते हुए शिवसेना (शिंदे) प्रवक्ता कृष्णा हेगडे ने कहा कि एक समय था जब किसी भी काम के लिए दिल्ली से नेता मातोश्री में बालासाहेब ठाकरे से मिलने आते थे। लेकिन सत्ता की खातिर अब उद्धव ठाकरे को नियम बदलने पड़ रहे हैं, और ठाकरे को दिल्ली दरबार के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। हेगड़े ने कहा कि जिन पार्टियों से बालासाहेब ने जिंदगी भर दूरी बनाई, आज उन्हीं के साथ सत्ता के लालच में उद्धव बैठे नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे का इससे बड़ा दुर्भाग्य कोई और नहीं हो सकता।

क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस विधायकों को न माफी मिलेगी और न टिकट मिलेगा

उधर हाल ही में हुए विधान परिषद के चुनाव में कांग्रेस के सात विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर सत्ता पक्ष के उम्मीदवारों के समर्थन में वोट दिया था। जिसके बाद कांग्रेस ने सभी सात विधायकों पर कार्रवाई करने की बात कही थी। यहां तक कि कुछ दिन पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के सी वेणुगोपाल ने तो यहां तक कह दिया था कि क्रॉस वोटिंग करने वाले सभी विधायकों पर कार्रवाई कर ली गई है। लेकिन अभी तक करवाई क्या हुई है इसको लेकर कांग्रेस का कोई भी नेता बताने को तैयार नहीं है। इस बीच खबर है कि जिन विधायकों ने कांग्रेस के खिलाफ मतदान किया था अब उन्होंने पार्टी को छोड़ने की दिशा में कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले दिल्ली पहुंच गए हैं, जहां वह इन सभी सात विधायकों पर क्या कार्रवाई हो, उसको लेकर पार्टी आलाकमान से मुलाकात करेंगे। राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से 31 सीटों पर महाविकास आघाडी के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी। जबकि महायुति को सिर्फ 17 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था। लेकिन इसके कुछ दिन बाद ही महायुति के दलों ने कांग्रेस में सेंध लगाते हुए उनके सात विधायकों को फोड़कर अपने उम्मीदवारों के लिए मतदान करा लिया था। जिसको लेकर बहस होने लगी कि क्या कांग्रेस क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों पर कोई कार्रवाई करेगी? लेकिन अभी तक इन विधायकों पर कोई भी कार्रवाई होती हुई नहीं दिख रही है। विधान परिषद के चुनाव को 10 दिनों से ज्यादा का समय हो गया है लेकिन अभी तक न तो कांग्रेस ने क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है और न ही कोई दूसरी अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। अब पार्टी में बढ़ते गतिरोध और जवाबदेही के चलते नाना पटोले दिल्ली पहुंच गए हैं, जहां वह पार्टी आलाकमान से मिलकर कार्रवाई के लिए कहेंगे।

इस बीच के नांदेड़ से विधायक जितेश अनंतापुरकर ने भाजपा सांसद अशोक चव्हाण से मुलाकात की है। खबर है कि अनंतापुरकर अगले कुछ दिनों में भाजपा में शामिल हो सकते हैं। वहीं कांग्रेस के मुंबई के विधायक जीशान सिद्दीकी भी अगले कुछ दिनों में कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर सकते हैं। क्योंकि जीशान कांग्रेस द्वारा बुलाई गई बैठकों में शामिल नहीं हो रहे हैं। इस बीच कांग्रेस के एक और विधायक हीरामन खोसकर ने राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की है। मुलाकात के बाद खोसकर ने कहा कि कुछ लोग मेरे बारे में खबरें फैला रहे हैं कि मैंने कांग्रेस के खिलाफ क्रॉस वोटिंग की थी। लेकिन अगर कांग्रेस मुझे विधानसभा में टिकट देने से मना करती है तो वह स्थानीय लोगों से मुलाकात कर अगला फैसला लेंगे।

Created On :   22 July 2024 10:29 PM IST

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