विधायकों की अयोग्यता मामला: सुनवाई के दौरान उद्धव गुट के सुनील प्रभु ने बदली गवाही

सुनवाई के दौरान उद्धव गुट के सुनील प्रभु ने बदली गवाही
  • विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर की प्रतिदिन सुनवाई
  • प्रभु बोले व्हाट्सएप नहीं ईमेल से भेजा था शिंदे को व्हिप
  • सुनवाई के दौरान उद्धव गुट के सुनील प्रभु ने बदली गवाही

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना (शिंदे) विधायकों की अयोग्यता के मामले में विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर प्रतिदिन सुनवाई कर रहे हैं। पिछले कई दिनों से शिंदे गुट के वकील महेश जेठमलानी उद्धव गुट के नेता एवं चीफ व्हिप सुनील प्रभु से सवाल जवाब कर रहे हैं। बुधवार को सुनवाई के दौरान सुनील प्रभु ने अपनी गवाही बदल दी। दरअसल दो दिन पहले महेश जेठमलानी ने सुनील प्रभु से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को व्हिप की प्रति किस माध्यम से भेजी थी ये सवाल पूछा था, जिस पर प्रभु ने कहा था कि उन्होंने शिंदे को व्हिप की प्रति व्हाट्सएप पर भेजी थी। प्रभु ने बुधवार को बयान बदलते हुए कहा कि शिंदे को व्हिप की प्रति व्हाट्सएप पर नहीं बल्कि ईमेल के माध्यम से भेजी गई थी। प्रभु ने अपनी गवाही बदलने की विधानसभा अध्यक्ष से मांग की, जिसे अध्यक्ष ने मान लिया। खबर है कि नागपुर में होने वाले आगामी विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में विधायकों की अयोग्यता के मामले की सुनवाई जारी रहेगी।

बुधवार को सुनवाई के दौरान विधानमंडल के सेन्ट्रल हॉल में एक अहम घटनाक्रम भी देखने को मिला। लंच के बाद शुरू हुई सुनवाई के दौरान सुनील प्रभु ने अपनी गबाही बदलने की मांग विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के समक्ष रखी। प्रभु ने कहा कि उन्होंने वकील जेठमलानी के सवाल के जवाब में जो बयान दिया था कि उन्होंने एकनाथ शिंदे को व्हिप व्हाट्सएप के माध्यम से भेजा था, अब वह उसे बदलना चाहते हैं। क्योंकि उन्होंने शिंदे को ईमेल के माध्यम से व्हिप की प्रति भेजी थी। प्रभु की इस मांग को अध्यक्ष नार्वेकर ने स्वीकार कर लिया। सुनवाई के दौरान हंसी का माहौल भी सेंट्रल हॉल में देखने को मिला। दरअसल सुनील प्रभु ने जेठमलानी से कहा कि मैंने आपके लिए चुनाव प्रचार भी किया था। इस पर जेठमलानी ने जवाब देते हुए कहा कि मुझे याद है। उस समय भाजपा और शिवसेना का गठबंधन था।

बुधवार को विधायकों की अयोग्यता की सुनवाई शुरू होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने दोनों गुटों के वकीलों से चर्चा की। दोनों गुटों ने सुनवाई में नार्वेकर को सहयोग करने का वादा किया है। विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय के एक अधिकारी ने 'दैनिक भास्कर' को बताया कि नागपुर में होने वाले विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में भी विधानसभा अध्यक्ष सुनवाई जारी रखेंगे। खबर है कि 20 दिसंबर को विधानसभा का शीतकालीन सत्र समाप्त हो जाएगा लेकिन नार्वेकर 21 और 22 दिसंबर को भी नागपुर में सुनवाई करने पर विचार कर रहे हैं। नागपुर में सुनवाई के पीछे की दलील दी जा रही है कि नागपुर से मुंबई तुरंत सुनवाई के कागजात लाना मुश्किल है। इसलिए विधानसभा अध्यक्ष ने 21 और 22 दिसंबर को नागपुर में ही सुनवाई करने का विचार किया है।

इस मामले की सुनवाई अब 2 दिसंबर तक लगातार चलेगी। खबर है कि अगली एक या दूसरी सुनवाई में शिंदे गुट से दलीलें की जाएंगी और ठाकरे गुट के वकील सवाल जवाब कर सकेंगे। नार्वेकर 22 दिसंबर तक इस मामले की सुनवाई समाप्त करना चाहते हैं ताकि 31 दिसंबर से पहले सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार वह किसी निष्कर्ष पर पहुंच सकें।

Created On :   29 Nov 2023 8:37 PM IST

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