मामला गर्माया: विधानसभा की लॉबी में भिड़े शिंदे के मंत्री और विधायक, एक दूसरे पर लगाया आरोप

विधानसभा की लॉबी में भिड़े शिंदे के मंत्री और विधायक, एक दूसरे पर लगाया आरोप
  • शिंदे गुट के विधायक थोरवे का आरोप भुसे जानबूझकर मेरा काम नहीं कर रहे हैं
  • विधानसभा की लॉबी में भिड़े शिंदे के मंत्री और विधायक
  • विधानमंडल में उठा मामला

डिजिटल डेस्क, मुंबई. महाराष्ट्र विधान मंडल के बजट सत्र के आखिरी दिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट के विधायक महेंद्र थोरवे शिवसेना (शिंदे) के नेता व मंत्री दादा भूसे से विधानसभा की लॉबी में ही भीड़ गए। इस दौरान वहां मौजूद विधायकों का कहना है कि महेंद्र और भुसे में एक विकास कार्य को लेकर गर्मा गर्मी हुई। इसके बाद कर्जत से विधायक थोरवे पर भड़क गए। मामला इतना बढ़ गया कि विधानमंडल के दोनों सदनों में विपक्ष ने मुद्दा उठाते हुए कहा कि सत्ताधारी विधायकों का गैंगवार अभी तक सदन से बाहर चल रहा था पर वह अब विधान भवन तक पहुंच गया है। महेंद्र थोरवे ने 'दैनिक भास्कर' से बातचीत में माना कि उनकी मंत्री भुसे के साथ तेज आवाज में बहस हुई थी। थोरवे ने भुसे के साथ किसी भी धक्का-मुक्की से इनकार किया है। थोरवे ने भुसे पर जानबूझकर उनका काम नहीं करने का आरोप लगाया है

क्या था मामला?

महेंद्र थोरवे ने कहा कि जब से राज्य में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में सरकार अच्छा कार्य कर रही है। लेकिन दादा भुसे शिंदे के मंत्रिमंडल में इकलौते ऐसे मंत्री हैं जो विधायकों के क्षेत्र के कार्य नहीं करते हैं। थोरवे ने कहा कि मैं पिछले 2 महीने से अपने विधानसभा क्षेत्र में एमएसआरडीसी के एक कार्य को लेकर मंत्री भुसे से बातचीत कर रहा हूं लेकिन वह मुख्यमंत्री शिंदे और सांसद श्रीकांत शिंदे के कहने के बावजूद मेरा काम नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने शुक्रवार को भी विधानसभा की लॉबी में उनसे गुस्से से यही सवाल किया कि आप दूसरे विधायकों का काम कर रहे हैं लेकिन मेरा कार्य क्यों नहीं कर रहे हैं। तो उन्होंने मुझे अपशब्द कहे। इसके बाद मैंने उनसे तेज आवाज में बात की। थोरवे ने दावा किया की मेरे अलावा अन्य विधायकों ने भी मंत्री भुसे की शिकायत की है वह विधायकों का काम नहीं करते हैं। मुझे लगता है कि भुसे जानबूझकर मेरा काम नहीं कर रहे हैं। थोरवे ने कहा कि उन्होंने जो भी भुसे के साथ किया उसमें उन्हें कुछ भी गलत नहीं लगता। लॉबी में जिस समय महेंद्र थोरवे और दादा भुसे के बीच बहस हुई उस समय वहां विधायक प्रताप सरनाईक और मंत्री शंभूराज देसाई भी मौजूद थे। देसाई ने कहा कि दोनों ही नेताओं में किसी विकास कार्य को लेकर तेज आवाज में बहस हुई थी। मीडिया में प्रसारित हो रही धक्का-मुक्की की खबरें गलत हैं। देसाई ने कहा कि भुसे और थोरवे में कुछ गलतफहमी हो गई है, उसे जल्द दूर कर लिया जाएगा।

विधानमंडल में उठा मामला

भुसे और थोरवे में हुई बहस का मामला विधानमंडल के दोनों सदनों में भी उठा। विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार और राकांपा (शरद) विधायक जयंत पाटील ने यह मामला उठाते हुए कहा कि सत्ताधारी विधायकों का गैंगवार अब तक बाहर चल रहा था, वह अब विधानभवन परिसर तक पहुंच गया है। वडेट्टीवार ने कहा इस मामले पर खुलासा होना चाहिए क्योंकि यह गंभीर मामला है। इस तरह की घटना इससे पहले कभी नहीं हुई है। इसलिए सरकार को इस बारे में सफाई देनी चाहिए

सार्वजनिक हो सीसीटीवी फुटेज

घटना पर जवाब देते हुए दादा भुसे ने कहा कि मुझे मीडिया से पता चला कि मेरे और महेंद्र थोरवे के बीच कुछ विवाद हो गया है। भुसे ने कहा कि थोरवे हमारी पार्टी के विधायक हैं और मेरे मित्र हैं। उनके साथ मेरी कोई बहस या धक्का-मुक्की नहीं हुई। भुसे ने कहा कि मैं सदन से अनुरोध करता हूं कि लॉबी में लगे सीसीटीवी फुटेज को सार्वजनिक कर दिया जाए। जिससे राज्य की जनता को सब पता चल सके।

Created On :   1 March 2024 9:01 PM IST

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