राकांपा में दरार का मामला: 4 दिसंबर को शरद खेमा रखेगा अंतिम दलील, अजित गुट पेश करेगा रिज्वाइंडर

4 दिसंबर को शरद खेमा रखेगा अंतिम दलील, अजित गुट पेश करेगा रिज्वाइंडर
  • मंगलवार को अजित गुट पेश करेगा रिज्वाइंडर
  • राकांपा में दरार का मामला
  • 4 दिसंबर को शरद खेमा रखेगा अंतिम दलील,

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह के अधिकार को लेकर चुनाव आयोग में जारी सुनवाई अंतिम चरण में पहुंच गई है। बुधवार को हुई सुनवाई में भी शरद पवार खेमे की ओर से दलीलें रखी गई। अब 4 दिसंबर को शरद पवार गुट द्वारा अंतिम दलीले रखी जाएगी। इसके बाद मंगलवार को अजित पवार गुट अपनी रिज्वाइंडर दलीलें रखेगा।

शरद पवार खेमें की ओर से पेश वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने आज हुई सुनवाई के बाद मीडिया को बताया उनके द्वारा इस मसले का निर्णय करने के लिए कानूनी टेस्ट क्या होनी चाहिए? यह मुद्दा उपस्थित किया गया। आयोग को बताया कि कानूनी टेस्ट कभी भी विधायिका की संख्या के आधार पर नहीं बल्कि संगठन के संख्याबल के आधार पर होती है। हमने आयोग को बताया कि विधायिका की संख्या और संगठन का संख्याबल भी हमारे समर्थन में ज्यादा है। सिंघवी ने कहा कि हमने आयोग को इस बात से भी अवगत कराया कि प्रतिपक्ष प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मामले में जारी सुनवाई के बारे में पूर्वानुमान बता रहे है। इसे चुनाव आयोग ने गंभीरता से लिया और प्रतिपक्ष के इस रवैये पर नाराजगी जताई और दोनों पक्षों को चेतावनी दी कि आगे से सुनवाई या फैसले के बारे में बाहर बातें न की जाए।

सिंघवी ने बताया कि हमने सुप्रीम कोर्ट के कई फैसलों के हवाले से आयोग को यह भी बताया कि चुनाव चिन्ह वाले अधिकार क्षेत्र या प्रोसिडिंग में चुनाव आयोग में चुनौती नहीं दी जा सकती है। पार्टी के गठन के बाद से कभी विवाद खड़ा नहीं हुआ है और अब तक पार्टी के अंदर जितने भी चुनाव हुए है उसमें अजित पवार और प्रफुल पटेल ने भी हिस्सा लिया है, लेकिन एक दिन उनके द्वारा यह आरोप लगाना कि सभी चुनाव गलत है। उनका यह आरोप भी गलत है पार्टी में संविधान के तहत चुनाव हुए है। उधर अजित गुट के समीर भुजबल ने आरोप लगाया कि शरद पवार खेमे की ओर से सुनवाई में जानबूझकर लगातार देरी की जा रही है।

Created On :   29 Nov 2023 3:51 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story