New Delhi News: शिवसेना उद्धव सांसद ने की इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश को बर्खास्त करने की मांग

शिवसेना उद्धव सांसद ने की इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश को बर्खास्त करने की मांग
  • शिवसेना (उद्धव) सांसद ने की इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश को बर्खास्त करने की मांग
  • सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा पत्र
  • नाबालिग के साथ छेड़छाड़ के मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले के बाद न्यायाधीश के खिलाफ रोष

New Delhi News. एक नाबालिग लड़के से छेड़छाड़ के मामले में हाल ही में दिए गए एक फैसले को लेकर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश राम मनोहर मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई की मांग जोर पकड़ने लगी है। शिवसेना (उद्धव) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिख कर न्यायाधीश राम मनोहर मिश्रा को भ्रष्ट करार देते हुए उनको बर्खास्त करने की मांग की है।

प्रियंका चतुर्वेदी ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायीश को पत्र लिख कर कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश राम मनोहर मिश्रा ने नाबालिग लड़की से दो युवकों द्वारा छेड़छाड़ के मामले में जो फैसला दिया है, वह एक भ्रष्ट न्यायाधीश द्वारा दिया गया दोषपूर्ण निर्णय है।

शिवसेना (उद्धव) सांसद ने मुख्य न्यायाधीश को लिखे पत्र में मिश्रा के फैसले के अंशों का उल्लेख भी किया। चतुर्वेदी ने कहा कि राम मनोहर मिश्रा ने अपने फैसले में लिखा है कि पीड़िता के स्तनों को पकड़ना और उसके निचले वस्त्र का नाड़ा तोड़ना दुष्कर्म की कोशिश नहीं है।

शिवसेना (उद्धव) सांसद ने कहा कि फैसले के उद्धृत खंड स्पष्ट रूप से उजागर करते हैं कि शारीरिक हमले और नाबालिग लड़की के निचले वस्त्र का नाड़ा तोड़ने के बावजूद, न्यायाधीश ने इसे बलात्कार का प्रयास नहीं माना है। इसके अलावा, यह संदिग्ध है कि बलात्कार के लिए "तैयारी का चरण" क्या होता है और इसे बलात्कार के प्रयास के रूप में क्यों नहीं देखा जाता है। चतुर्वेदी ने देश के मुख्य न्यायाधीश से मिश्रा को अयोग्य ठहराने के साथ ही पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में ले जाने की मांग की।

Created On :   21 March 2025 8:05 PM IST

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