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Mumbai News: महायुति की जीत के खिलाफ इंडिया गठबंधन के एक दर्जन से अधिक उम्मीदवारों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया
- याचिकाओं में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में गड़बड़ी
- आपराधिक मामले, संपत्ति छिपाने, ईवीएम में गड़बड़ी
- चुनाव में पारदर्शिता की कमी का आरोप
Mumbai News. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेतृत्व वाली महायुति की महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जीत के खिलाफ इंडिया गठबंधन के एक दर्जन से अधिक उम्मीदवारों ने बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इन उम्मीदवारों की ओर से वकील असीम सरोदे और वकील अजिंक्य गायकवाड की दायर याचिकाओं में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में गड़बड़ी, आपराधिक मामले, संपत्ति छिपाने, ईवीएम में गड़बड़ी और चुनाव में पारदर्शिता की कमी आरोप लगाया गया है। इन याचिकाओं की जल्द सुनवाई हो सकती है। याचिका दायर करने वाले इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों में मनोहर कृष्ण माधवी, प्रशांत सुदाम जगताप, महेश कोठे, नरेश रतन मनेरा और सुनील चंद्रकांत भुसारा शामिल हैं। उन्होंने याचिका में चुनाव लड़ने वाले अपने निर्वाचन क्षेत्रों के चुनाव परिणामों को रद्द करने का अनुरोध किया है। शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के उम्मीदवार मनोहर माधवी ने एरोली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। वह भाजपा के उम्मीदवार गणेश नाइक से चुनाव हार गए। उन्होंने अपनी याचिका दावा किया है कि नाइक और चुनाव आयोग ने डुप्लीकेट वोटिंग एंट्री की अनुमति देकर दुर्भावनापूर्ण तरीके से काम किया है, जिससे लोगों को चुनाव के दौरान कई बार वोट करने का मौका मिला।
पुणे के हडपसर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद पवार गुट के उम्मीदवार प्रशांत जगताप ने अजीत पवार गुट से के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के उम्मीदवार चेतन विट्ठल तुपे की चुनावी जीत को चुनौती दी है। जगताप का आरोप है कि तुपे ने जानबूझकर अपने खिलाफ आपराधिक मामलों को छुपाया और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 125(ए) का उल्लंघन करते हुए अपनी आय का विवरण देने में विफल रहे। सोलापुर उत्तर निर्वाचन क्षेत्र से एक अन्य एनसीपी (एसपी) उम्मीदवार महेश कोठे ने चुनाव परिणाम को चुनौती दी है, जिसमें भाजपा के विजय कुमार देशमुख विजयी हुए हैं। कोठे की याचिका में दावा किया गया है कि देशमुख ने अपनी अचल संपत्तियों समेत अन्य संपत्तियों को छुपाया, जिससे चुनाव नियमों का उल्लंघन हुआ। याचिका में यह भी दावा किया गया है कि रिटर्निंग अधिकारी ने नामांकन को अनुचित तरीके से स्वीकार किया।
ओवाला-माजीवड़ा निर्वाचन क्षेत्र से शिवसेना उद्धव गुट के उम्मीदवार नरेश मनेरा ने अजीत गुट के एनसीपी विधायक और देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार में परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक की चुनावी जीत पर सवाल उठाया है। उन्होंने अपनी याचिका में एक मतदान केंद्र पर ईवीएम-वीवीपीएटी प्रणाली के बारे में आरोप लगाए गए हैं, जिसने कथित तौर पर सरनाईक की जीत में योगदान दिया। याचिका में चुनाव प्रक्रिया के समग्र संचालन की भी आलोचना की गई है।
विक्रमगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से एक अन्य एनसीपी शरद गुट के उम्मीदवार सुनिल भुसारा ने भाजपा के हरिश्चंद्र सखाराम भोये की जीत को चुनौती दी है। भुसारा ने याचिका में दावा किया है कि हरिश्चंद्र सखाराम भोये ने अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए रिश्वतखोरी सहित भ्रष्ट आचरण में लिप्त होकर जनप्रतिनिधित्व अधिनियम को कमजोर किया। चुनाव आयोग ने फार्म 17-सी और सीसीटीवी फुटेज प्रदान करने से इनकार कर दिया और इससे चुनाव के दौरान पारदर्शिता सीमित हो गई।
Created On :   8 Jan 2025 9:14 PM IST