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Mumbai News: सीईटी सेल प्रवेश परीक्षा के प्रश्नपत्र में कथित गलतियों को लेकर आक्रामक कांग्रेस - एनसीपी

- मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर की जांच और कार्रवाई की मांग
- परीक्षार्थियों का दावा 20 से 25 प्रश्नों के सही उत्तर के विकल्प ही नहीं थे
Mumbai News. इंजीनियरिंग, फार्मेसी और कृषि पाठ्यक्रमों के लिए ली गई सीईटी सेल की प्रवेश परीक्षा को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कई विद्यार्थियों की शिकायत है कि परीक्षा में पूछे गए सवालों में से 20 से 25 ऐसे थे जिनके सही जवाब विकल्पों में मौजूद ही नहीं थे। राज्य के विपक्षी दलों कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) ने इस पर आक्रामक रुख अपनाते हुए मामले की जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। दरअसल सीईटी सेल की परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं। ऑनलाइन होने वाली इस परीक्षा में विद्यार्थियों को दिए गए चार विकल्पों में से एक चुनना होता है। लेकिन विद्यार्थियों का दावा है कि कई सवाल ऐसे थे जिनके सही जवाब विकल्पों में मौजूद ही नहीं थे। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर कहा है कि विद्यार्थियों ने शिकायत की है कि रविवार को हुई सीईटी सेल की परीक्षा में अहिल्यानगर जिले के एक केंद्र पर 50 अंकों के गणित प्रश्नपत्र में 20 से 25 प्रश्नों के विकल्प गलत थे। यह अत्यंत गंभीर मामला है और गलत सवालों के पूरे अंक विद्यार्थियों को दिए जाने चाहिए। सपकाल ने कहा कि विद्यार्थियों को सभी प्रश्न हल करना अनिवार्य था, जिसके कारण उन्हें मजबूरी में गलत विकल्प चुनने पड़े। इस संबंध में जब विद्यार्थियों ने परीक्षा केंद्र में शिकायत की, तो उनकी शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। इसी प्रकार की गड़बड़ी राज्य के अन्य परीक्षा केंद्रों से भी रिपोर्ट की गई है। कुछ केंद्रों पर सर्वर डाउन होने की भी शिकायतें मिली हैं, लेकिन परीक्षा केंद्रों से संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया।
यह परीक्षा इंजीनियरिंग प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण है और यदि 20 से 25 प्रश्नों के विकल्प ही गलत दिए गए हों तो विद्यार्थियों को भारी नुकसान हो सकता है। इसके लिए जिम्मेदार कौन है? प्रश्नपत्र तैयार करने और परीक्षा आयोजन की जिम्मेदारी जिन संस्थाओं या कंपनियों पर थी, उनकी गलती की सजा विद्यार्थियों को क्यों भुगतनी चाहिए? यह मामला केवल कुछ प्रश्नों का नहीं बल्कि हजारों विद्यार्थियों के भविष्य का है। राज्य सरकार को इस प्रकरण को गंभीरता से लेना चाहिए और जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। राकांपा (शरद पवार) के मुंबई युवक कांग्रेस अध्यक्ष अमोल मालेते ने कहा कि सीईटी सेल की गलती से दो वर्षों से तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के भविष्य पर पानी फिर सकता है। इसका हल नहीं निकाला गया तो हम सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे। वहीं मामले में सीईटी सेल के अधिकारियों ने कहा कि नतीजे जारी करने से पहले विद्यार्थियों को आपत्ति दर्ज कराने का मौका दिया जाएगा। अगर आपत्ति सही होगी तो उनके नंबर नहीं कटेंगे। लेकिन एक छात्र ने कहा कि एक आपत्ति दर्ज कराने के लिए एक हजार रुपए भरने पड़ते हैं। 20 आपत्तियों के लिए 20 हजार रुपए पहले जमा करने होंगे। अगर आपत्तियां सही होंगी तो पैसे वापस किए जाएंगे। लेकिन सवाल यह है कि हम इतने पैसे लाएंगे कहां से।
Created On :   29 April 2025 9:49 PM IST