राज्य में भूस्खलन देखरेख और अध्ययन के लिए बनेगा संस्थान

राज्य में भूस्खलन देखरेख और अध्ययन के लिए बनेगा संस्थान
  • भाजपा विधायक शेलार की मांग
  • फडणवीस ने समिति बनाने दिए निर्देश

डिजिटल डेस्क, मुंबई। केंद्र सरकार के तर्ज पर महाराष्ट्र में भूस्खलन देखरेख और अध्ययन संस्थान की स्थापना की जाएगी। इसके लिए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मदद व पुनर्वसन विभाग के सचिव को तत्काल समिति बनाने के निर्देश दिए हैं। भाजपा विधायक आशीष शेलार ने भूस्खलन देखरेख और अध्ययन संस्थान बनाने की मांग उपमुख्यमंत्री से की थी। शनिवार को शेलार ने कहा कि फडणवीस के आदेश के कारण भूस्खलन का अध्ययन और निगरानी के लिए भारत का पहला संस्थान महाराष्ट्र में स्थापित होगा। इससे महाराष्ट्र के पश्चिम घाट, शहरी और ग्रामीण पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जा सकेंगे। शेलार ने कहा कि गत जुलई में रायगड के खालापुर तहसील के इरशालवाड़ी में भूस्खलन के कारण सैकड़ों लोगों की मौत हुई है। इससे पहले भी भूस्खलन की कई घटनाएं हुई हैं। इसलिए सह्याद्री के भूगर्भ में हो रहे बदलाव का गहराई से अध्ययन जरूरी है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के साल 2020 की रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र में 225 गांव भूस्खलन संभावित क्षेत्र के रूप में वर्गीकृत है। जबकि मुंबई शहर में 74 भूस्खलन संभावित क्षेत्र चिन्हित किए गए हैं। इससे पहले ब्रम्हा रिसर्च फांऊडेशन के निदेशक तथा पूर्व आईएएस अधिकारी डॉ. विजय पागे ने अध्ययन के बाद केंद्र सरकार के रक्षा भूसूचना विज्ञान अनुसंधान प्रतिष्ठान के तर्ज पर सह्याद्री इन्स्टिट्यूट जिओ इन्फॉरमॅटिक्स रिसर्च एंड मॉनिटरिंग संस्थान (एसआईजीआरएएम) बनाने का प्रस्ताव शेलार को दिया था। जिसके आधार पर शेलार ने फडणवीस को पत्र लिखा था।


Created On :   9 Sept 2023 8:24 PM IST

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