खुलासा: एफडीए के 18 अधिकारियों की लापरवाही से हुआ सरकार को 20 करोड़ का नुकसान

एफडीए के 18 अधिकारियों की लापरवाही से हुआ सरकार को 20 करोड़ का नुकसान
  • सभी को एफडीए ने जारी किया कारण बताओ नोटिस
  • सरकार को 20 करोड़ का नुकसान
  • एफडीए के 18 अधिकारियों की लापरवाही

डिजिटल डेस्क, मुंबई, सोमदत्त शर्मा। खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने विभाग के 18 अधिकारियों को ड्यूटी में लापरवाही के चलते 56 कर्मचारियों को गलत तरीके से पदोन्नति देने के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जिन अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है उनमें मुख्य लिपिक से लेकर सह आयुक्त लेवल के अधिकारी शामिल हैं। इन अधिकारियों की लापरवाही से राज्य सरकार को 15 से 20 करोड़ के नुकसान की बात कही गई है।

ये कारण बताओ नोटिस एफडीए के आयुक्त अभिमन्यु काले ने इन सभी 18 अधिकारियों को एक नवंबर को जारी किया है। नोटिस में लिखा है कि तत्कालीन लिपिक पी पी पावसकर वर्तमान में अधीक्षक कोंकण विभाग ठाणे ने पहले साल 2015 में फूड निरीक्षकों को फूड सेफ्टी अधिकारी के पद पर गलत तरीके से पदोन्नत कर दिया। जब इस मामले की जानकारी विभाग को हुई तो इसकी जांच की गई। इसी बीच साल अप्रैल 2017 में पावसकर ने दोबारा पुरानी गलती दोहराते हुए फिर से पदोन्नत का गलत आदेश जारी कर दिया।

एफडीए के अधिकारी ने बताया कि प्रथम दृष्टि में प्रतीत होता है कि जब पावसकर ने पहला आदेश गलत तरीके से जारी किया तो सरकार ने उन्हें ऐसा करने से पहले विभाग को बताने को कहा लेकिन उसके बाद पदोन्नत का दूसरा आदेश निकालकर उन्होंने सरकारी आदेश की भी अवहेलना की है। पावसकर की इस लापरवाही से सरकार को करीब 15 से 20 करोड़ का नुकसान बताया जा रहा है। एफडीए आयुक्त अभिमन्यु काले का मानना है कि इस लापरवाही के लिए पी पी पावसकर उत्तरदायी हैं। क्योंकि उन्होंने प्रशासन को गुमराह करने का काम किया है। अब एफडीए ने पावसकर और दूसरे 17 अधिकारियों को इस लापरवाही के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है जिसका 7 दिनों में जवाब देने को कहा है।

Created On :   8 Nov 2023 5:00 AM IST

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