राजनीति: गोविंदा का 14 साल बाद राजनीतिक वनवास खत्म, शिंदे गुट में हुए शामिल

गोविंदा का 14 साल बाद राजनीतिक वनवास खत्म, शिंदे गुट में हुए शामिल
  • शिंदे के व्यक्तित्व के चलते हुआ पार्टी में शामिल: गोविंदा
  • मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा
  • चुनाव लड़ने पर अभी भी सस्पेंस

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पिछले कई दिनों से चल रही चर्चाओं के बीच फिल्म अभिनेता गोविंदा आखिरकार शिवसेना (शिंदे) में शामिल हो गए। गोविंदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में गुरुवार को बालासाहेब ठाकरे भवन में शिंदे गुट में शामिल हुए। इस अवसर पर गोविंदा ने कहा कि उनका 14 साल का राजनीतिक वनवास आज खत्म हो गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें जो भी जिम्मेदारी मिलेगी वह उसे पूरी ईमानदारी के साथ निभाएंगे। इसके साथ ही कला और संस्कृति के लिए भी काम करूंगा। हालांकि यह अभी तक साफ नहीं हुआ है कि गोविंदा लोकसभा चुनाव में मुंबई की किस सीट से चुनाव मैदान में उतरेंगे। उधर महाविकास आघाडी और महायुति में सीट बंटवारे को लेकर अभी भी माथापच्ची जारी है।

शिवसेना (शिंदे) में शामिल होने के बाद गोविंदा ने कहा कि पिछली बार जब मैं गणेश चतुर्थी के मौके पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मिला था तो मैंने यह नहीं सोचा था कि मैं राजनीति में वापस आऊंगा। लेकिन 14 साल बाद मैं मुख्यमंत्री शिंदे की कृपा से इस पार्टी में वापस आया हूं। महाराष्ट्र संतों की भूमि है इसलिए मैंने एकनाथ शिंदे के साथ काम करने का फैसला किया है। गोविंदा ने शिंदे की तारीफ करते हुए कहा कि जब से शिंदे मुख्यमंत्री बने हैं मुंबई में विकास दिख रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे शिंदे का व्यक्तित्व पसंद आया है, इसलिए मैंने उनके साथ काम करने का फैसला किया है। गोविंदा ने कहा कि बालासाहेब ठाकरे की भी मुझ पर काफी कृपा रही है।

मोदी के नेतृत्व में देश ऊंचाई छू रहा है : गोविंदा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि पिछले 9-10 सालों में मोदी के नेतृत्व में देश ने नई ऊंचाइयों को छुआ है, जो की अविश्वसनीय है। उन्होंने कहा कि वह फिल्म सिटी और कलाकारों के लिए काम करना चाहते हैं। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि गोविंदा बिना किसी शर्त के हमारे साथ आए हैं और वह लोकसभा चुनाव में शिवसेना के स्टार प्रचारक होंगे। चर्चा है कि शिंदे गुट गोविंदा को मुंबई की उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतार सकता है, जहां से उद्धव गुट ने अमोल कीर्तिकर को उम्मीदवार बनाया है।

2004 में कांग्रेस के टिकट पर जीते थे गोविंदा : गोविंदा ने साल 2004 में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी और कांग्रेस के टिकट पर उत्तर मुंबई से चुनाव लड़ा था। उन्होंने यहां भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राम नाईक को हराकर जीत हासिल की थी।

शिंदे को अच्छे अभिनेता को लेना चाहिए था: जयंत पाटील : राकांपा (शरद) नेता जयंत पाटील ने गोविंदा के शिंदे गुट में शामिल होने पर तंज कसा है। पाटील ने कहा मुख्यमंत्री शिंदे को ऐसा अभिनेता लेना चाहिए था, जिसकी लोकप्रियता हो। लगता है शिंदे फिल्म नहीं देखते हैं। अगर वह फिल्में देखते तो उन्हें पता होता कौन बेहतर अभिनेता है।

महाविकास आघाडी की बैठक गुरुवार को हुई, जिसमें शिवसेना (उद्धव) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे और राकांपा (शरद) अध्यक्ष शरद पवार के आलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोरात समेत कई नेता शामिल हुए। बैठक के बाद शरद गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि लोकसभा चुनाव में अगले डेढ़-दो महीने कैसे चुनाव प्रचार हो इस पर चर्चा हुई। इसके आलावा चुनाव प्रचार के लिए एक नारा (बस हुई महंगाई की मार, अब क्यों चाहिए मोदी सरकार) भी तैयार किया गया है। कांग्रेस और उद्धव गुट में नाराजगी पर आव्हाड ने कहा कि गठबंधन में छोटी मोटी नाराजगी चलती रहती है। इसे भी जल्द सुलझा लिया जाएगा।

शिवसेना (शिंदे) ने घोषित किया 8 सीटों पर प्रत्याशी : मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना (शिंदे) ने गुरुवार को 8 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की। इसमें 7 मौजूदा सांसदों को फिर मौका दिया गया है। जबकि इस सूची में मुख्यमंत्री के पुत्र और कल्याण से सांसद श्रीकांत शिंदे का समावेश नहीं है। इस सूची में जिन नेताओं को मौका मिला है, उसमें मुंबई दक्षिण-मध्य सीट से राहुल शेवाले, कोल्हापुर से संजय मंडलिक, शिर्डी से सदाशिव लोखंडे, बुलढाणा से प्रतापराव जाधव, हिंगोली से हेमंत पाटील, मावल से श्रीरंग बारणे, रामेटक से राजू पारवे और हातकणंगले से धैर्यशील माने का समावेश है।

Created On :   29 March 2024 7:41 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story