- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- महाआघाडी में मुंबई की 16 सीटों पर...
सत्ता के गलियारे: महाआघाडी में मुंबई की 16 सीटों पर तीनों दलों में बनी सहमति , शेष पर चर्चा
- अभी भी एक दर्जन से ज्यादा सीटों पर तीनों दलों में टकराव
- दोनों ही गठबंधनों में सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत का दौर
- सभी दल चुनावी तैयारियों में जुटे
डिजिटल डेस्क, मुंबई । महाराष्ट्र में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव की घोषणा होने में कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में महाविकास आघाडी के साथ-साथ महायुति के सभी दल चुनावी तैयारियों में जुटे हुए हैं। दोनों ही गठबंधनों में सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत शुरू हो चुकी है। मुंबई की 36 विधानसभा सीटों के लिए महाविकास आघाडी के तीनों दलों कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव) एवं राकांपा (शरद) के बीच सोलह सीटों पर सहमति बनने की खबर है। जबकि अभी भी एक दर्जन से ज्यादा सीटों पर पेंच फंसा हुआ है। वहीं महायुति में मुंबई में पार्टी का जनाधार मजबूत नहीं होने के बावजूद राकांपा (अजित) ने शहर में 7 सीटों की मांग की है।
पिछले एक सप्ताह में महाविकास आघाडी के तीनों दल मुंबई की सीटों के बंटवारे पर दो बार चर्चा कर चुके हैं। हालांकि पहली बैठक में तीनों दलों में सीटों के बंटवारे को लेकर कोई सहमति नहीं बनी थी, लेकिन सूत्रों का कहना है कि सोमवार को हुई महाआघाडी के नेताओं की बैठक में 16 सीटों पर सहमति बनती दिखाई दी है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने 'दैनिक भास्कर' को बताया कि जिन सीटों पर जिन दलों का कब्जा है, ज्यादातर सीटें मूल पार्टी को मिले, इसको लेकर बैठक में तीनों दलों के नेताओं ने सहमति जताई है। इसके अनुसार मालाड, मुंबा देवी, धारावी, बांद्रा पूर्व और चांदिवली की सीटें कांग्रेस को मिल सकती हैं। हालांकि चांदिवली की सीट से शिवसेना (अविभाजित) ने चुनाव जीता था लेकिन उद्धव गुट यह सीट कांग्रेस को छोड़ने को तैयार है। जबकि दिंडोशी, वर्ली, जोगेश्वरी पूर्व, मागाठाणे, शिवडी, माहिम, भांडुप पश्चिम और अँधेरी पूर्व की सीटें शिवसेना (उद्धव) के खाते में जा सकती है। शरद गुट ने अणुशक्तिनगर की सीट दावा ठोका है। जबकि मानखुर्द शिवाजीनगर की सीट समाजवादी पार्टी को छोड़ी जाएगी। शिवसेना (उद्धव) सांसद एवं प्रवक्ता संजय राऊत कई बार कह चुके हैं कि मुंबई शिवसेना का गढ़ रहा है। इसलिए वह ज्यादा से ज्यादा सीटों पर मुंबई में चुनाव लड़ेंगे। हालांकि अभी भी एक दर्जन से ज्यादा सीटों पर तीनों दलों में टकराव देखने को मिल रहा है।
महायुति में भी मुंबई की सीटों को लेकर घमासान मचा हुआ है। युति के तीनों दलों के प्रमुख नेता मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार कई बार सीट बंटवारे को लेकर चर्चा कर चुके हैं लेकिन अभी तक कोई सहमति नहीं बन सकी है। राकांपा (अजित) के एक नेता ने कहा कि हमने भाजपा से मुंबई में 7 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग की है। शुरुआती चर्चा में जिन 7 सीटों पर अजित गुट ने दावा ठोका है अणुशक्तिनगर एवं बांद्रा पूर्व की सीट शामिल हैं। अणुशक्तिनगर से नवाब मलिक मौजूदा विधायक हैं जबकि बांद्रा पूर्व से कांग्रेस के जीशान सिद्दीकी हैं, जिनका आगामी विधानसभा चुनाव अजित पवार की पार्टी से लड़ना तय माना जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा ने अजित गुट का मुंबई में कम जनाधार होने के चलते उन्हें सिर्फ दो सीट का ऑफर दिया है। जबकि भाजपा मुंबई में 26 से 28 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है।
इन सीटों पर आघाडी में बनी सहमति
शिवसेना (उद्धव) : दिंडोशी, वर्ली, जोगेश्वरी पूर्व, मागाठाणे, शिवडी, माहिम, भांडुप पश्चिम, विक्रोली और अंधेरी पूर्व।
कांग्रेस : मालाड, मुंबा देवी, धारावी, बांद्रा पूर्व, चांदिवली
राकांपा (शरद) : अणुशक्तिनगर
सपा : मानखुर्द शिवाजी नगर
Created On :   27 Aug 2024 8:22 PM IST