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Mumbai News: एफडीए को और सक्षम बनाने के लिए सतर्कता एवं खुफिया विभाग होगा अलग

- छापेमारी की जानकारी लीक होने के चलते मंत्री नरहरि जिरवाल का फैसला
- एफडीए को और सक्षम बनाने के लिए सतर्कता एवं खुफिया विभाग होगा अलग
Mumbai News सोमदत्त शर्मा। राज्य का खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) विभाग मिलावटी दूध एवं अन्य खाद्य पदार्थों पर लगातार कार्रवाई कर रहा है। अब एफडीए को और अधिक मजबूत बनाने के लिए सतर्कता और खुफिया विभाग को अलग करने का फैसला किया है। राज्य के अन्न एवं औषधि प्रशासन मंत्री नरहरि जिरवाल ने 'दैनिक भास्कर' को बताया कि मिलावटी खाद्य पदार्थों पर छापेमारी के दौरान टीमों की जानकारी लीक हो जाती है, जिसकी वजह से मिलावटी खाद्य पदार्थों के माफिया सतर्क हो जाते हैं और पकड़ में नहीं आते। अब इसी को देखते हुए एफडीए ने सतर्कता और खुफिया विभाग को अलग करने का फैसला किया है। इसके लिए अधिकारियों की जरुरी नियुक्ति जल्द ही की जाएगी।
मंत्री को सतर्कता और खुफिया विभाग अलग बनाने की जरूरत क्यों पड़ी?
सूत्रों के मुताबिक कुछ दिनों पहले एफडीए के अधिकारियों ने मुंबई के पश्चिमी उपनगर में मिलावटी खाद्य पदार्थों पर छापेमारी की थी, लेकिन विभाग के अधिकारियों के मौके पर पहुंचने से पहले ही खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वाले लोग वहां से गायब हो गए थे। जब अधिकारियों ने इसकी गहराई से पड़ताल की तो पता लगा कि विभाग में ही कुछ ऐसे अधिकारी हैं जिन्होंने माफिया के लोगों को छापेमारी से पहले ही जानकारी दे दी थी। इससे निजात पाने के लिए मंत्री नरहरि जिरवाल ने विभागीय स्तर पर एक अलग फ्लाइंग स्क्वायड बनाने का काम शुरू किया। जिसके बाद अब एफडीए ने विभाग को और अधिक मजबूत करने के लिए सतर्कता एवं खुफिया विभाग को ही अलग करने का फैसला कर लिया।
खुफिया विभाग अलग बनाने से काम में आएगी तेजी
सतर्कता एवं खुफिया विभाग के अलग किए जाने से एक तो जानकारी लीक नहीं होगी, दूसरा विभाग में शिकायतों पर बगैर देरी के कार्रवाई करना आसान हो जाएगा। सूत्रों का कहना है कि सतर्कता और खुफिया विभाग में एफडीए के कुछ तेज तर्रार अधिकारियों को शामिल किया जाएगा। इसके साथ ही छापेमारी के दौरान पुलिस की अलग से भी मदद नहीं लेनी होगी। क्योंकि गृह विभाग से एफडीए ने कुछ पुलिस अधिकारियों की भी मांग की है। इसको लेकर मंत्री जिरवाल बहुत जल्द मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात करने वाले हैं।
मंत्री जिरवाल खुद कर चुके हैं कई बार छापेमारी
मंत्री नरहरि जिरवाल ने कुछ दिनों पहले दहिसर इलाके में दूध के टैंकरों को रोककर छापेमारी की थी और उनके सैंपल लिए थे। जिन्हें जांच के लिए भेजा था। जिरवाल ने कहा था कि उन्हें पिछले काफी समय से मुंबई से बाहर से आ रहे दूध के टैंकरों में मिलावट की जानकारी मिल रही थी। यही कारण रहा कि उन्होंने स्वयं दूध की जांच करने का फैसला किया। जिरवाल ने यह छापेमारी बगैर अधिकारियों को बताए की थी।
Created On :   25 April 2025 9:43 PM IST