प्रदर्शन: कोलतार प्लांट बंद करने की मांग को लेकर प्रहार का आंदोलन, खतरे में स्वास्थ्य

कोलतार प्लांट बंद करने की मांग को लेकर प्रहार का आंदोलन, खतरे में स्वास्थ्य
  • महावितरण के आश्वासन के बाद बेमियादी अनशन स्थगित
  • मांग पूरी न होने पर राष्ट्रीय राजमार्ग पर आंदोलन करने की चेतावनी

डिजिटल डेस्क, आमगांव (गोंदिया). आमगांव तहसील के ग्राम भजियापार में स्थित डामर प्लांट से निकलने वाले धुएं एवं खदान में की जा रही ब्लास्टिंग से हाेने वाले वायु प्रदुषण के कारण ग्रामीणों का स्वास्थ्य खतरे में पड़ रहा है। अनेक लोगों को श्वसन से संबंधित बीमारीयां हो रही है। इसलिए इस प्लांट को दी गई मंजूरी को निरस्त कर ग्रामवासियों को बीमारीयों से बचाने की मांग को लेकर 1 फरवरी को प्रहार संगठन के जिलाध्यक्ष महेंद्र भंडारकर के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना आंदोलन किया गया। गौरतलब है कि भजियापार ग्राम के पास ही डामर प्लांट बनाया गया है। यहां से निकलने वाले घने काले धुएं से न केवल भजियापार बल्कि आस-पास के गांवों के लोग भी परेशान हो रहे है। ब्लास्टिंग के कारण घरों में दरारें आ रही है। क्रेसर को बंद करने के लिए ग्राम पंचायत ने प्रस्ताव भी पारित किया है। साथ ही जनप्रतिनिधियों को भी बार-बार इस समस्या से अवगत कराया गया है। इसके बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जिसके विरोध स्वरूप यह आंदोलन किए जाने की बात आंदोलनकारियों ने कही है।

महावितरण के आश्वासन के बाद बेमियादी अनशन स्थगित

उधर अर्जुनी मोरगांव में धान उत्पादक किसानों को कृषि पंपों के लिए दिन में 12 घंटे विद्युत आपूर्ति किए जाने की मांग को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के कार्याध्यक्ष मिथुन मेश्राम के नेतृत्व में स्थानीय लाखांदुर चौक पर राकांपा कार्यकर्ता 28 जनवरी से आमरण अनशन कर रहे थे। उनके आंदोलन को अनेक राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों ने भी समर्थन देते हुए शासन से किसानों की मांग पूरी करने का निवेदन किया था।

आंदोलन को देखते हुए महावितरण के कार्यकारी अभियंता फुलझेले ने आज 1 फरवरी को आंदोलन स्थल पर भेंट देकर आंदोलनकारियों से चर्चा की तथा आगामी 10 दिनों में इस संबंध में शासन की ओर से आदेश जारी किए जाने का मौखिक आश्वासन दिया एवं अनशनकर्ताओं से अपना अनशन समाप्त करने का अनुरोध किया। जिसके बाद कार्यकारी अभियंता के आश्वासन के पश्चात आंदोलनकारियों ने शाम 5 बजे के दौरान फिलहाल अपना आंदोलन स्थगित कर दिया। साथ ही दिए गए आश्वासन के अनुसार 10 दिनों में इस संबंध में आदेश जारी नहीं किए जाने पर राष्ट्रीय राजमार्ग पर इसी मांग को लेकर चक्काजाम आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है। इस अवसर पर अर्जुनी मोरगांव के तहसीलदार, नायब तहसीलदार, थानेदार एवं महावितरण के उपअभियंता भी उपस्थित थे।

Created On :   2 Feb 2024 4:54 PM IST

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