गोंदिया: मनरेगा के कार्यस्थल पर दी जा रही स्वास्थ्य सेवाएं, मजदूरों की सेहत की भी देखभाल

मनरेगा के कार्यस्थल पर दी जा रही स्वास्थ्य सेवाएं, मजदूरों की सेहत की भी देखभाल
  • मनरेगा के अंतर्गत तालाबों के गहरीकरण, पगडंडी मार्ग, पौधारोपण का काम
  • कार्यस्थल पर दी जा रही स्वास्थ्य सेवाएं

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. जिले में इन दिनों अनेक स्थानों पर मनरेगा के अंतर्गत तालाबों के गहरीकरण, पगडंडी मार्ग, पौधारोपण, वन तालाब के निर्माण कार्य चल रहे है। जहां पर बड़ी संख्या में मजदूर काम करते हुए दिखाई दे रहे है।

गर्मी का मौसम होने के कारण मजदूरों को लू जैसी समस्या का सामना न करना पड़े इसके लिए जिला प्रशासन ने काम के घंटे तय कर दिए है। स्वास्थ्य विभाग ने इस बात को ध्यान में रखते हुए मनरेगा में कार्यरत मजदूरों को स्वास्थ्य सेवाएं देने के निर्देश सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के मेडिकल ऑफिसरों को दिए है।

ग्रामस्तर पर स्वास्थ्य सेवक, सेविकाएं, आशा सेविकाओं को अपने कार्यक्षेत्र में मनरेगा के कार्यस्थल पर भेंट देकर मजदूरों को प्राथमिक उपचार की दवाईयां आवश्यकतानुसार देने के निर्देश जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. नितीन वानखेड़े ने दिए है।

उसी प्रकार लू लगने के लक्षण दिखाई देने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के शीतगृह में मजदूरों को भरती कर उपचार कराने का आव्हान सहायक जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. अरविंद वाघमारे ने किया है।

गोरेगांव तहसील के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चोपा के अंतर्गत आने वाले उपकेंद्र मुंडीपार के गराडा गांव में मनरेगा काम शुरू रहने के दौरान सामूदायिक स्वास्थ्य अधिकारी डा. मनिष कटरे एवं उनके सहयोगियों ने मजदूरों के स्वास्थ्य की जांच की। साथ ही उन्हें ओआरएस पॅकेट, पेट दर्द तथा बुखार की दवाईयां देकर प्राथमिक स्वरूप के प्रतिबंधात्मक उपायों की जानकारी दी।

उष्माघात एक मेडिकल आपातकाल है। इससे संबंधित कोई भी लक्षण दिखाई पड़ने पर तत्काल टोल फ्री क्र. 108 अथवा 102 पर कॉल करने का आव्हान जिला संक्रामक रोग अधिकारी डा. निरंजन अग्रवाल ने किया है।




Created On :   16 May 2024 1:18 PM GMT

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