आरोप: गडचिरोली में बांस की खेती से आदिवासियों का होगा आर्थिक विकास

गडचिरोली में बांस की खेती से आदिवासियों का होगा आर्थिक विकास
  • बांस की खेती का रोपाई कार्यक्रम आयोजित
  • 526 में बांस के पौधों का किया रोपन
  • न्यूटन प्रजाति के बांस की रोपाई कर किया उदघाटन

डिजिटल डेस्क. गड़चिरोली । जिला आदिवासी बहुल होने के चलते आदिवासियों के विकास के लिए सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जा रहीं है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत दराची ग्रामसभा ने बांस की खेती करने का निर्णय लिया है।

बांस की खेती से ग्रामीण अंचल में बसे आदिवासी बंधुओं का आर्थिक विकास निश्चित ही होगा, ऐसा कथन कल्याणकारी संस्था खुटगांव के अध्यक्ष तथा पूर्व विधायक हीरामण वरखडे ने किया। दराची ग्रामसभा की ओर से बांस की खेती के रोपाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस समय वे बोल रहे थे। धानोरा तहसील के कक्ष क्रमांक 526 में बांस के पौधों का रोपन कर बांस की खेती रोपाई प्रक्रिया का उद्घाटन पूर्व विधायक हिरामण वरखडे व तकनीकी मार्गदर्शक जवाहरलाल गेडाम के हाथों किया गया।

इस उपक्रम के लिए वनविभाग के अधिकारी मोहम्मद आजाद, धानोरा के तहसीलदार ने सरकारी नियमों के अनुसार मान्यता प्रदान की जिसके तहत बांस की खेती का उद्घाटन कर न्यूटन प्रजाति के बांस की रोपाई की गई। इस खेती के माध्यम से दराची ग्रामसभा को 3 साल में करोड़ों का मुनाफा होगा। इसके साथ ही गठानेली, टवेटोला, मुज्यालगोंदी, मक्केपायली, हिपानेर, कुपानेर, कोंदावाही, पदाबोरीया, गोडलवाही, गुमडी, उशिरपार व वडगांव में भी बांस की खेती के तहत बांस के रोपाई के कार्य होने वाले हैं। इस समय दराची ग्रामसभा के पदाधिकारी व सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

Created On :   23 July 2024 10:14 AM GMT

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