जोर: आश्रमशालाओं में तैयार करें वर्तमान दौर की चुनौतियां स्वीकारने वाले विद्यार्थी

आश्रमशालाओं में तैयार करें वर्तमान दौर की चुनौतियां स्वीकारने वाले विद्यार्थी
  • अपर आयुक्त ठाकरे ने शिक्षकों से किया आह्वान
  • अंग्रेजी भाषा से विद्यार्थियों से संवाद करें
  • बदलाव करना समय की जरुरत

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । आदिवासी विकास विभाग, के आश्रमस्कूल में शिक्षारत आदिवासी विद्यार्थियों को बातें करने प्रवृत्त कर गुणवत्ता बढ़ाएं। आज के स्पर्धा के युग में आदिवासी विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य में अंग्रेजी भाषा रुकावट न बने इसके लिए प्रत्येक शिक्षकों ने स्वयं को अपडेट रखते हुए अंग्रेजी भाषा से विद्यार्थियों से संवाद करें। आश्रमस्कूल के शिक्षा शैली में अब अमूूलचूल बदलाव करना समय की जरुरत है। आश्रमस्कूल में चुनौती स्वीकाने वाले विद्यार्थी तैयार करने का कार्य शिक्षक करें, ऐसा आह्वान आदिवासी विकास विभाग नागपुर के अपर आयुक्त रवींद्र ठाकरे ने किया।

आदिवासी विकास विभाग नागपुर अंतर्गत आने वाले गड़चिरोली प्रकल्प की सरकारी आश्रमस्कूल के शिक्षकोंअंग्रेजी भाषा से विद्यार्थियों से संवाद करें के लिए 2 दिवसीय गुरुशाला प्रशिक्षण का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम के समापन के दौरान मार्गदर्शन करते हुए वे बोल रहे थे। कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रुप में आदिवासी विकास विभाग नागपूर अपर आयुक्त कार्यालय के उपायुक्त दशरथ कुलमेथे, गुरुशाला शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम समन्वयक विकास चौधरी, प्रथम फाउंडेशन के विशेषज्ञ मार्गदर्शक आदि प्रमुखता से उपस्थित थे। गुरुशाला की ओर से विशेषज्ञ मार्गदर्शक के रुप में आर.के.मिश्रा, तथिर, श्वेता जैन, निदा, गौरव, श्रीष्टी, संदीप ने प्रशिक्षणार्थी शिक्षकों को मार्गदर्शन किया।

प्रशिक्षणार्थी की ओर से संदीप दोनाडकर, माला साेनवाने ने अपने मत व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन एपीओ संदीप शेंडे ने किया। आभार एपीओ गिरिजा उईके ने माना। कार्यक्रम की सफलता हेतु कनिष्ठ शिक्षा विस्तार अधिकारी बी.एल.वाटाणे, शरद बनसोड, विद्येश्वरी ढोके, चंद्रकला शोभणे, लक्ष्मी लोखंडे, राहुल तोमस्कर, सुधीर शेंडे आदि ने प्रयास किया।


Created On :   25 July 2024 2:44 PM IST

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