गिरफ्तारी: गडचिरोली में 6 करोड़ का धान घोटाला उजागर, 2 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में

गडचिरोली में  6 करोड़ का धान घोटाला उजागर, 2 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में
  • गिरफ्तार आरोपियों में निलंबित प्रादेशिक प्रबंधक कोटलावार
  • मार्कंडा के कनिष्ठ सहायक व्यंकटी बुर्ले भी है शामिल
  • दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । आदिवासी विकास महामंडल के गड़चिरोली स्थित प्रादेशिक कार्यालय के तहत घोट के उपप्रादेशिक कार्यालय अंतर्गत मार्कंडा (कंसोबा) के धान खरीदी केंद्र में वर्ष 2022-23 में धान खरीदी की प्रक्रिया चलाई गई। महामंडल द्वारा किसानों से एकाधिकार धान खरीदी योजना के तहत धान खरीदा गया। इस धान खरीदी में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार करने का मामला प्रकाश में आया है। मामले में गुरुवार, 6 जून को गड़चिरोली की स्थानीय अपराधा शाखा की टीम ने आदिवासी विकास महामंडल के गड़चिरोली के तत्कालीन प्रादेशिक प्रबंधक गजानन रमेश कोटलावार (36) समेत आष्टी समीपस्थ मार्कंडा कंसोबा के तत्कालीन केंद्रप्रमुख व वर्तमान कनिष्ठ सहायक व्यंकटी अंकलु बुर्ले (46) को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार दोनों आरोपियों पर तकरीबन 6 करोड़ 2 लाख 93 हजार 845 रुपए का भ्रष्टाचार का आरोप है। इस मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों के खिलाफ चामोर्शी तहसील के आष्टी पुलिस थाना में धारा 420, 409, 465, 468, 471, 34 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।

जानकारी के अनुसार आदिवासी विकास महामंडल के गड़चिरोली स्थित प्रादेशिक कार्यालय के तहत घोट के उपप्रादेशिक कार्यालय अंतर्गत आनेवाले मार्कंडा (कंसोबा) के धान खरीदी केंद्र में वर्ष 2022-23 में धान खरीदी की प्रक्रिया चलाई गई। इस प्रक्रिया के दौरान बड़े पैमाने पर अनियमितता बरतने की शिकायत मिलते ही आदिवासी विकास विभाग द्वारा जांच शुरू की। जांच में गड़चिरोली के प्रादेशिक प्रबंधक गजानन कोटलावार दोषी पाए जाते ही विभाग द्वारा उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया था। वहीं विभाग द्वारा अंतर्गत जांच आरंभ की गई। जांच के दौरान पता चला कि, मार्कंडा (कंसोबा) केंद्र के तहत वर्ष 2022-23 में 59 हजार 947.60 क्विंटल धान की खरीदी की गई। इसमें से प्रत्यक्ष रूप में 31 हजार 532.58 क्विंटल धान मिलिंग के लिए संबंधित राइस मिलों में रवाना किया गया। लेकिन संबंधित राइस मिलों को 28 हजार 415.02 क्विंटल धान प्राप्त नहीं होने की रिपोर्ट विभाग को प्राप्त हुई। जिसकी कीमत 5 करोड़ 79 लाख 66 हजार 640 रुपए थी। वहीं केंद्र के गोदाम में भी कोई धान शेष नहीं था। इस बीच बारदाने कीमत 23 लाख 27 हजार 204 रुपए के हिसाब से 6 करोड़ 2 लाख 93 हजार 845 रुपए का भ्रष्टाचार होने का जांच के दौरान स्पष्ट हुआ। मामले की जांच वरिष्ठ स्तर पर आदिवासी विकास महामंडल द्वारा की गई।

6 जून को इस मामले में गड़चिरोली की स्थानीय अपराध शाखा की टीम ने गड़चिरोली के निलंबित प्रादेशिक प्रबंधक गजानन कोटलावार और मार्कंडा के तत्कालीन केंद्रप्रमुख व वर्तमान कनिष्ठ सहायक व्यंकटी बुर्ले को गिरफ्तार कर लिया है। गुरुवार शाम गिरफ्तार दोनों आरोपियों को चामोर्शी कोर्ट में पेश करने के बाद दोनों को आगामी 15 जून तक पुलिस हिरासत में रखने के आदेश कोर्ट ने दिए हैं। यह कार्रवाई जिला पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल के मार्गदर्शन में स्थानीय अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक उल्हास भुसारी, सहायक पुलिस निरीक्षक राहुल आव्हाड, महिला पुलिस उपनिरीक्षक सरिता मरकाम, पुलिस उपनिरीक्षक बालाजी सोनुने और उनकी टीम ने की। इस कार्रवाई में आष्टी के थानेदार विशाल काले ने विशेष सहयोग दिया।

Created On :   7 Jun 2024 4:46 PM IST

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