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पेंच नदी: सांख का रपटा डूबा, कन्हान नदी, रंगारी में डायवर्सन रोड बहा, वैकल्पिक मार्ग का सहारा
- सांख का रपटा डूबा, कन्हान नदी, रंगारी में डायवर्सन रोड बहा
- वैकल्पिक मार्ग का सहारा
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। पेंच नदी का सांख-हलालखुर्द पुल चार साल पहले अगस्त २०२० में अतिवृष्टि व बाढ़ में बह गया था। पुराने क्षतिग्रस्त रपटे पर मिट्टी-मुरम डालकर उस पर से आवागमन कराया जा रहा था। वैसे तो हर बारिश में उक्त रपटा डूब जाता है, इस सीजन में अब तक हुई बारिश के चलते बढ़े नदी के जल स्तर में वह डूब गया है। ऐसे में हलालखुर्द, कुंभपानी, साजपानी, मंदिरया, जमतरा सहित आसपास के एक दर्जन से ज्यादा गांवों के लोगों को चौरई और चांद पहुंचने वैकल्पिक मार्ग टॉप-बांसखेड़ा के जरिए आवागमन कर पा रहे हैं। वहीं कन्हान नदी पर नए पुल का निर्माण पूरा न होने और पुराने पुल के ढहने की स्थिति में मिट्टी डालकर बनाया गया डायवर्सन रोड हाल की बारिश में बह गया है। पुल पर निर्भर रंगारी व आसपास दर्जनों गांवों के लोगों को ५ किमी अधिक दूरी तय करना पड़ रहा है। वहीं लोधीखेड़ा के लोगों को १५ किमी ज्यादा का फेरा लगाना पड़ रहा है।
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पेंच पुल की कहानी: चार साल पहले बह गया था पुल
पेंच नदी पर सांख-हलालखुर्द (साजपानी) के बीच पुल वर्ष २०२० में अतिवृष्टि और बाढ़ में बह गया था। उक्त पुल वर्ष २०१७ में ही बनकर तैयार हुआ था। २ सौ मीटर लंबा पुल पीयर समेत बहने से निर्माण की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े हुए। जांच भी हुई लेकिन विभाग अब तक जिम्मेदारी फिक्स नहीं कर पाया। खासबात यह कि पुल बहने के बाद दोबारा निर्माण के लिए साल भर बाद बजट में प्रावधान तो किया लेकिन अब तक एस्टीमेट को मंजूरी नहीं मिल पाई है। मंजूरी के बाद ही टेंडर प्रक्रिया हो पाएगी। कहा जा रहा है कि आने वाली बारिश में फिर ग्रामीणों को नदी पार करना कठिन हो जाएगा।
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कन्हान पुल की कहानी: ६ साल से बन रहा पुल अब भी अधूरा
स्टेट हाइवे ४६ पर रंगारी से लोधीखेड़ा के बीच कन्हान नदी पर नए हाईलेवल समर्सिबल ब्रिज का निर्माण ६ साल से उलझा हुआ है। वर्ष २०१८ में शुरू हुए उक्त पुल का निर्माण दो साल में पूरा होना था। दरअसल पुल का निर्माण जारी था, लेकिन अगस्त २०२० में हुई अतिवृष्टि के दौरान नए निर्माणाधीन पुल के तीन मीटर ऊपर से पानी गया था। जिससे पीडब्ल्यूडी ब्रिज विभाग को पुल की डिजाइन चेंज करनी पड़ी। नई डिजाइन के साथ निर्माण की लागत भी बढ़ गई। जिसकी प्रशासकीय स्वीकृति बमुश्किल २०२३ में मिल पाई। बावजूद इसके निर्माण अधूरा पड़ा है। पुराना पुल दो साल पहले ढह जाने से संकट बड़ा हो गया है।
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इनका कहना है...
॥कन्हान नदी ब्रिज में पीयर खड़े हो गए हैं। स्लैब का काम भी शुरू हो गया है। पुल का काम जल्द पूरा हो जाएगा। पेंच नदी पुल के लिए एस्टीमेट शासन को भेजा है। मंजूरी मिलते ही आगे प्रक्रिया की जाएगी।
- नरेंद्र शर्मा, कार्यपालन यंत्री, पीडब्ल्यूडी ब्रिज, जबलपुर
Created On :   25 July 2024 10:47 AM IST