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Chandrapur News: पर्यटकों को लुभायेगी जंपिंग सफारी, अत्याधुनिक 15 जिप्सी बनाएगी पर्यटन को आसान

- जंपिंग सफारी वाहन विशेष रूप से डिज़ाइन की गई
- वन विभाग के सभी नियमों का पालन करना अनिवार्य
Chandrapur News ताड़ोबा अंधारी टाइगर रिजर्व (टीएटीआर) में जंपिंग सफारी वाहनों की संख्या बढ़ाकर 15 हो गई है, जिससे पर्यटकों को अधिक सुगम और बेहतर सफारी अनुभव मिलेगा। ताड़ोबा प्रशासन ने कोलारा गेट से 10, खुटवंडा गेट से 4 और झरी गेट से 1 वाहन को अनुमति दी है। यह निर्णय विशेष रूप से उन पर्यटकों के लिए लाभकारी होगा जो ताड़ोबा के विभिन्न रिसॉर्ट्स में ठहरते हैं और जंगल सफारी का आरामदायक अनुभव लेना चाहते हैं।
क्या है जंपिंग सफारी वाहन : जंपिंग सफारी वाहन विशेष रूप से डिज़ाइन की गई जिप्सी है, जिनमें आरामदायक सीटें, छत पर शेड और बेहतर सीटिंग व्यवस्था होती है। इन वाहनों का रजिस्ट्रेशन ताड़ोबा के फिल्ड डाइरेक्टर से होता है और इन्हें तभी अनुमति मिलती है जब पर्यटक की ऑनलाइन सफारी बुक हो। यदि पर्यटक रिसॉर्ट की गाड़ी से सफारी करना चाहते हैं, तो सामान्य जिप्सी का पूरा भुगतान करना होता है और अतिरिक्त शुल्क 1000 रुपए सफारी गेट पर भुगतान करना होता है और साथ ही विभागीय गाइड के साथ वनविभाग का बगीरा ऐप गाड़ी में दिया जाता है, जिससे उनकी गाड़ी पर्यटन रूट पर जा रही या नहीं यह देख सके। साथ ही जंपिंग सफारी वाहन को वन विभाग के सभी नियमों का पालन करना अनिवार्य होता है, और यदि कोई नियम तोड़ता है, उस जंपिंग वाहन को सस्पेंड किया जा सकता है या फिर रजिस्ट्रेशन कैंसल करने का पूरा अधिकार वनविभाग को होता है।
वाहनों की सुविधा प्राप्त रिसॉर्ट्स
बांबू फॉरेस्ट सफारी
रिसॉर्ट -3 वाहन
स्वसारा रिसॉर्ट - 2 वाहन
ट्री हाउस रिसॉर्ट - 4 वाहन
लिंबन रिसॉर्ट - 2 वाहन
वाघोबा इको लॉज - 2 वाहन
रेड अर्थ रिसॉर्ट - 2 वाहन
पर्यटन व्यवसाय बढ़ने की उम्मीद : जंपिंग सफारी वाहनों की संख्या बढ़ने से न केवल पर्यटकों की संतुष्टि बढ़ेगी, बल्कि ताड़ोबा के इको-टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे स्थानीय गाइड, वाहन चालक और अन्य पर्यटन से जुड़े लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
वन्यजीव प्रेमियों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है, क्योंकि अब वे अधिक स्वतंत्रता के साथ बाघ, तेंदुए, भालू, जंगली कुत्ते और अन्य वन्यजीवों का बेहतरीन तरीके से अवलोकन कर सकते हैं। ताड़ोबा प्रशासन द्वारा की गई यह पहल निश्चित रूप से इस क्षेत्र को देश के प्रमुख वन्यजीव पर्यटन स्थलों में और अधिक लोकप्रिय बनाएगी। ताड़ोबा में बाघ देखे जाने की संभावना सबसे अधिक है, जो वन्यजीव प्रेमियों के लिए इसे एक आकर्षक गंतव्य बनाता है।
Created On :   27 March 2025 3:17 PM IST