Chandrapur News: चंद्रपुर में पंछी सप्ताह : बफर क्षेत्र में नजर आए विभिन्न प्रजातियों के 140 पंछी

  • 5 से 12 नवंबर तक पंछी सप्ताह मनाया जा रहा
  • मोहुर्ली तालाब, भामडेली, सीतारामपेठ व ईरई बांध परिसर में गणना
  • विविध समूह के पंछी निरीक्षकों ने भाग लिया

Chandrapur News सरकार द्वारा वरिष्ठ वन्यजीव अनुसंधानकर्ता मारुति चितमपल्ली और वरिष्ठ पंछी शास्त्रज्ञ डॉ. सलीम अली के जन्मदिन पर 5 से 12 नवंबर तक पंछी सप्ताह मनाया जा रहा है। दुनिया भर में पंछियों की जैव विविधता तेजी से घट रही है, इसलिए कई पंछी प्रजातियों को दुर्लभ श्रेणी में शामिल किया जा रहा है। राज्य के पंछियों के महत्व को सभी नागरिकों तक पहुंचाने और उनके संरक्षण के प्रति जिम्मेदारी स्पष्ट करने के लिए व्यापक जागरूकता की आवश्यकता है।

मोहर्ली बफर क्षेत्र में 5 नवंबर से 11 नवंबर दौरान पछी सप्ताह का आयोजन किया गया। इसमें मोहर्ली तालाब, भामडेली, सीतारामपेठ व ईरई बांध परिसर में सुबह 6.30 से 10.30 दौरान पक्षी निरीक्षण किया गया। पंछी निरीक्षण के एक सप्ताह के दौरान कुल 140 पंछियों के प्रजाति का मोहर्ली परीक्षेत्र में निरीक्षण किया गया।

जिसमें एशियन ओपनबिल, छोटा पान कौवा, बड़ा पान कौवा, गाय बगूला, ढोकरी, जामुनी बगुला, पाणकोंबडी, काला करकोचा, रानपिंगला, पीला तापस, छोटा खंड्या, राखी रानकोंबडी, मोर, स्प्आट बिल बगूल, अडई, काला अवाक, काले सीर की शराटी, छोटी तवी, कमल पंछी, टिटवी आदि विविध पंछियों का पंजीयन किया गया। पंछी निरीक्षण के लिए सुलेमान बेग, प्रा.डॉ.नरेंद्र हरणे(प्राणीशास्त्र विभाग प्रमुख, शुभम संजय आत्राम (पक्षी अभ्यासक), सुमेध वाघमारे, शाहबाज शेख, विपुल ढवले, साहिल बेग, श्रीकांत पवार, मयूर गणवीर, नितीन डोर्लीकर, प्रणय खंगार आदि उपस्थित थे। विविध समूह के पंछी निरीक्षकों ने इसमें भाग लिया था।

Created On :   12 Nov 2024 7:07 AM GMT

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