Bhandara News: भंडारा जिले में रेशम वस्त्रों की बुनाई का बचत समूहों को प्रशिक्षण दिया जाए : डॉ. चौधरी

भंडारा जिले में रेशम वस्त्रों की बुनाई का बचत समूहों को प्रशिक्षण दिया जाए : डॉ. चौधरी
  • आंधलगांव में आयोजित टसर रेशम उद्योग कार्यशाला में किया मार्गदर्शन
  • 50 से अधिक स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) रेशम से जुड़ी

Bhandara News केंद्रीय रेशम बोर्ड, केंद्रीय टसर रेशम अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्था रांची, झारखंड और रेशम निदेशालय महाराष्ट्र राज्य अंतर्गत जिला रेशम कार्यालय ने संयुक्त तत्वावधान से 9 जनवरी को किसान दिवस एवं टसर सिल्क उद्यमी जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

आंधलगांव में आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय रेशम बोर्ड के निदेशक डॉ. एन.बी. चौधरी ने कहा कि, भंडारा जिले में 50 से अधिक स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) रेशम से जुड़ी कलात्मकता और टिकाऊ प्रथाओं को संरक्षित करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। ऐसे में जिले में रेशम वस्त्रों की बुनाई का बचत समूहों को प्रशिक्षण दिया जाए। डॉ. चौधरी ने बचत समूहों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, यह टसर उद्योग के लिए गर्व की बात है कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 सितंबर, 2024 को "मन की बात" कार्यक्रम में महाराष्ट्र के भंडारा रेशम उद्योग के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस पारंपरिक वस्त्र की विशेषताओं की सराहना की।

कार्यक्रम में रेशम विभाग, नागपुर के उप निदेशक डॉ. महेंद्र धवले ने महाराष्ट्र राज्य की वस्त्र नीति के तहत रेशम बुनकरों को लाभ पहुंचाने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने का सुझाव दिया। महाराष्ट्र में स्वयं सहायता समूहों को रोजगार देने के प्रयास किए जाने की जरुरत है। लेकिन इस प्रक्रिया से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। जिला रेशम अधिकारी ने रेशम रीलर्स और बुनकरों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। केंद्रीय रेशम बोर्ड के डॉ. जितेंद्र सिंह, डॉ. जगदज्योति, डॉ. प्रवीण गेडाम और श्रीमती रूपा राऊत भी उपस्थित थी। आंधलगांव में गोपी निनावे, मोरेश्वर सोनकुसरे और रामचन्द्र सोनकुसरे के टसर साड़ी और कपड़ा बुनाई केंद्र का दौरा किया।

उन्होंने मोहाड़ी में महेश एंटरप्राइजेस के मनीष ज्योशी के टसर कपड़ा निर्माण केंद्र का भी दौरा किया। टसर साड़ी की विविधता की सराहना की। भंडारा सिल्क इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड रामकृष्ण सोनकुसरे के मोहाड़ी स्थित 400 एन्ड एआरएम यूनिट को भी भेट दी। डॉ. चौधरी ने इस उद्योग से संबंधित समस्याओं को सुना और टसर उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए सुझाव दिए। इससे पहले जिला रेशम कार्यालय भंडारा के अंतर्गत सिल्क बेसिक फैसिलिटी सेंटर जमनी के प्रदर्शनी, फार्म एवं रिलीगेशन कार्य का केंद्रीय रेशम बोर्ड भंडारा के निदेशक डॉ. चौधरी, गेडाम डॉ. जितेंद्र सिंह एवं डॉ. जगत ज्योति ने निरीक्षण किया।

Created On :   11 Jan 2025 3:23 PM IST

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