- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- भंडारा
- /
- रेत की कमी के कारण अटका 12 हजार 338...
Bhandaea News: रेत की कमी के कारण अटका 12 हजार 338 घरकुलों का निर्माण कार्य
- 13 हजार 557 घरकुलों को मिली है मंजूरी
- एक हजार 921 लाभार्थियों के लिए उपलब्ध करवायी
- रूकी हुई है जिले के रेत घाट की नीलामी
Bhandara News जिले में विविध घरकुल योजना के तहत जिले में 13 हजार 557 घरकुल मंजूर किए गए है। वहीं घरकुल लाभार्थियों को निर्माण कार्य के लिए नि:शुल्क रेत उपलब्ध कराने की नीति शासन द्वारा चलाई जा रही है। इसके तहत 1 अप्रैल से दिसंबर, 2024 इस अवधि में कुल लाभार्थियों में से केवल 1 हजार 921 लाभार्थियों को ही 8 हजार 978.69 ब्रास रेत उपलब्ध करायी गई।
रेत की कमी के चलते लगभग 12 हजार, 338 घरकुल के काम अटके पड़े हैं। इससे घरकुल लाभार्थियों को प्रत्यक्ष में शासकीय रेत डिपो का कितना लाभ होता है? यह सवाल उठ रहा है। शासकीय रेत डिपो से घरकुल लाभार्थियों को रेत उपलब्ध करने के लिए शासन द्वारा रेत का उत्खनन, संग्रहण एवं ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से बिक्री संदर्भ नीति निश्चित की गई है। नीति के अनुसार जिले के रेत घाट से जिले के लाभार्थियों को नि:शुल्क रेत उपलब्ध करके देने का प्रावधान किया है। इसके लिए भंडारा, तुमसर और साकोली उपविभाग के 11 रेत घाट निश्चित किए गए थे। इसमें घरकुल धारकों को डिपो के माध्यम से रेत की आपूर्ति तथा नागरिकों को प्रति ब्रास 600 रुपए के भाव समेत कुल 672.52 रुपए प्रति ब्रास रेत उपलब्ध कर दी जा रही है। सोंड्या, मांडवी, पांजरा रे., नीलज बु., बेटाला, गुडेगांव, ईटगांव, शिवनाला, मोहरना, नांदेड़, परसोड़ी इन 11 रेत डिपो से 1 अप्रैल से 2024 अब तक दो लाख 17 हजार 572 ब्रास रेत की बिक्री की गई है। किंतु इस रेत में से घरकुल धारकों को केवल 8 हजार 978.69 ब्रास रेत ही उपलब्ध हुई है।
घर के निर्माण कार्य के लिए रेत आवश्यक होती है। जिले के रेत घाट की नीलामी रूकी हुई है। शासकीय रेत डिपो से घरकुल लाभार्थियों को नि:शुल्क रेत उपलब्ध करने का नियोजन होते हुए आंकड़ों का विचार करने पर घरकुल लाभार्थी और डिपो से रेत उपलब्ध होने वाले लाभार्थियों की संख्या में बड़े पैमाने पर फर्क है। इस लिए प्रत्यक्ष में घरकुल लाभार्थियों को नि:शुलक रेत उपलब्ध करके देने की नीति नाममात्र दिखाई दे रही है। विकल्प नहीं होने से घरकुल लाभार्थियों को निर्माण कार्य करने के लिए चोरी की महंगी रेत खरीदी करनी पड़ती है। इस ओर राजस्व विभाग ने ध्यान देने की आवश्यकता है। कुछ जगह पर निश्चित कीमत से अधिक की राशि लेने के शिकायतें हैं।
तहसीलवार लाभार्थी : 1 अप्रैल से दिसंबर 2024 तक की अवधि में जिले में एक हजार 921 लाभार्थियों को 8 हजार 978.69 ब्रास रेत शासकीय रेत डिपो से उपलब्ध कर दी गई। इसमें भंडारा तहसील में 64 लाभार्थियों को 320 ब्रास रेत, पवनी तहसील के 47 लाभार्थियों को 235 ब्रास रेत, तुमसर तहसील के 897 लाभार्थियों को तीन हजार 881.19 ब्रास रेत, मोहाडी तहसील के 626 लाभार्थियों को तीन हजार 110 ब्रास रेत, साकोली तहसील के 40 लाभार्थियों को 200 ब्रास रेत, लाखनी तहसील के 40 लाभार्थियों को 197.5 ब्रास रेत, लाखांदुर तहसील के 207 लाभार्थियों को एक हजार 15 ब्रास रेत, ऐसे कुल एक हजार 921 घरकुल लाभार्थियों को 8 हजार 978.69 ब्रास रेत उपलब्ध कर दी गई है।
एक हजार 169 घरकुल के काम पूरे : जिले में वर्ष 2024 - 25 में प्रधानमंत्री घरकुल योजना से 8 हजार 549 घरकुल मंजूर हुए हैं। इनमें से 21 घरकुल के काम पूरे हुए हैं और 8 हजार 528 घरकुल के काम अधूरे हैं। यशवंतराव चव्हाण मुक्त वसाहत योजना से वर्ष 2023 - 24 में दो हजार 315 घरकुल मंजूर हुए। इनमें से 836 घरकुल के काम पूरे हुए है और एक हजार 479 घरकुल के काम अधूरे है। शबरी आवास योजना से एक हजार 226 घरकुल मंजूर हुए हैं। इनमें से 285 घरकुल के काम पूरे हुए है और 941 घरकुल के काम अधूरे है। रमाई आवास योजना से एक हजार 467 घरकुल मंजूर हुए हैं। इनमें से केवल 27 घरकुल के काम पूरे हुए हैं और एक हजार 440 घरकुल के काम अधूरे हैं। ऐसे 13 हजार 557 मंजूर घरकुल में से एक हजार 169 घरकुल के काम पूरे हुए हैं और करीब 12 हजार 338 घरकुल के निर्माणकार्य अधूरे हैं।
Created On :   15 Jan 2025 3:58 PM IST