आरोप-प्रत्यारोप: बच्चू कडू पर फिसली जुबान- कह डाला तोड़ीबाज, यशोमति पर भी राणा ने साधा निशाना

बच्चू कडू पर फिसली जुबान- कह डाला तोड़ीबाज, यशोमति पर भी राणा ने साधा निशाना
  • भाजपा की जनसभा में पलटवार का नहीं गंवाया मौका
  • नाम लिए बगैर आरोपों की लगाई झड़ी
  • मंत्री रहे भाई-बहन ने जमकर कमाया धन : राणा

डिजिटल डेस्क, अमरावती। उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले की उपस्थिति में विधायक रवि राणा ने महायुति के घटक दल प्रहार प्रमुख बच्चू कडू के साथ ही कांग्रेस नेता यशोमति ठाकुर का नाम लिए बगैर आरोप लगाया कि मंत्री रहते समय मेरे भाई और बहन ने जिले का तो कोई विकास नहीं किया, लेकिन जमकर धन कमाया। मुख्य निशाना रहे बच्चू कडू पर राणा के कटाक्ष पर मंद-मंद मुस्कार रहे फडणवीस ने कहा कि परिंदों को मिलेगी मंजिल एक दिन, वहीं लोग खामोश रहते हैं, जिनके हुनर बोलते हैं। इसलिए रवि राणा तुम विरोधियों को जवाब मत दो। राणा के जाति प्रमाण पत्र को लेकर सुप्रीम कोर्ट का बुहप्रतीक्षित फैसला आने पर फडणवीस ने कहा कि, यह फैसला विरोधियों के मुंह पर तमाचा है।

महायुति उम्मीदवार नवनीत राणा के नामांकन के लिए दशहरा मैदान पर सुबह 11 बजे जनसभा में विधायक रवि राणा ने कहा कि जब कभी विवाह रहता है तो दुल्हन पक्ष वालों को शांत रहना पड़ता हैं। हम भी शांति से ही काम ले रहे हैं, लेकिन कोई यदि हमारे पिता तक पहुंच जाएगा तो चुप कैसे रहें। कडू का नाम लिये बगैर कहा कि मेरे पिता हमाल थे। नवनीत के पिता पूर्व सैनिक थे। राजनीति में केवल जनता की सेवा के लिए हूं। 33 माह में उद्धव ठाकरे ने हमारी संपत्ति की कितनी बार जांच करवाई। क्या मिला। एक मेरा भाई (बच्चू कडू) और एक मेरी बहन (यशोमति ठाकुर) 33 महीनों तक मंत्री रहे। इनके राज में जिले में कौन से प्रकल्प पूरे हुए। किसानों के लिए आंदोलन करने पर मुझे जेल में डाला। तब मेरी बहन मंत्री रहते आदेश दिया कि राणा को जेल के भीतर सतरंजी भी मत देना।

उद्धव ने अमरावती सीट क्यों छोड़ी? : नवनीत राणा ने कहा कि मैं नई हूं। मेरी राजनीति बेरोजगार, वंचित, शोषित व गरीबों के लिए है। मेरा सच्चा बाप छत्रपति शिवाजी महाराज और डॉ बाबासाहेब आंबेडकर है। 33 माह की उद्धव ठाकरे सरकार ने कितना अत्याचार किया। उद्धव ने महाविकास आघाड़ी में शिवसेना के लिए अमरावती सीट तक नहीं मांगी। जबकि लगातार पांच बार अमरावती लोकसभा से शिवसेना प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। एक महिला को लेकर स्तर छोड़कर बोल रहे हैं। मेरा अधिक अनुभव नहीं है। धर्म ही मेरा कर्म है। यह लड़ाई देशभक्ति की है।

उद्धव ने हिंदुत्व छोड़ा-बावनकुले : भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री रहते समय एक बार भी मंत्रालय नहीं आएं। फडणवीस मुख्यमंत्री रहते तो हनुमान चालीसा पठन के लिए मंच उपलब्ध कराते थे। उद्धव ठाकरे ने हिंदुत्व छोड़ दिया है।

Created On :   5 April 2024 4:45 PM IST

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