- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- अमरावती
- /
- बेमौसम बारिश से तीन दिन में 2193.93...
नुकसान: बेमौसम बारिश से तीन दिन में 2193.93 हेक्टेयर की फसलें चौपट, 62 मकान क्षतिग्रसत हुए
- जिले के 7 तहसीलदारों की रिपोर्ट जिला प्रशासन को मिली
- घर पूरी तरह गिरने से 7 परिवार बेघर
- नुकसानग्रस्तों को मुआवजा देने की मांग
डिजिटल डेस्क, अमरावती । अमरावती जिले में 14 से 16 अप्रैल तक जिले में 7 तहसील में आंधी-तूफान के साथ बेमौसम बारिश ने जिले में 2193.93 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें चौपट कर दी। अनेक मकानों को भारी क्षति पहुंचाई। जिला प्रशासन ने अमरावती जिले के सभी तहसीलदारों को बेमौसम बारिश से हुए नुकसान का सर्वे कर अपनी रिपोर्ट जिलाधीश कार्यालय को भेजने के निर्देश दिए थे। जिले के 7 तहसीलदारों की रिपोर्ट जिला प्रशासन को प्राप्त हुई। जिसमें चिखलदरा, चांदुर रेलवे, नांदगांव खंडेश्वर, भातकुली, मोर्शी और वरुड़ में कुल मिलाकर 55 घर मामूली क्षतिग्रस्त हुए। 7 घर पूरी तरह गिरने से 7 परिवार बेघर हुए। इस अंधड़ का सर्वाधिक नुकसान वरुड़ तहसील में हुआ।
वरुड़ के चार गांवों में 25 घरों को मामूली क्षति पहुंची। जबकि 7 घर पूरी तरह से ढह गए। मकानों के साथ खेती फसलों का भी भारी नुकसान हुआ। नांदगांव खंडेश्वर में 83 हेक्टेयर, भातकुली में 12.43 हेक्टेयर, दर्यापुर 3.80, चिखलदरा में 2.10, अमरावती में 58.60, तिवसा में 1862 आैर वरुड़ में 172 हेक्टेयर की खेत जमीन पर खेती फसलों का नुकसान हुआ। जिले में नींबू, प्याज, संतरा, गेहूं, ज्वारी, आम, तिल, मूंगफल्ली आदि का नुकसान होने की जानकारी जिला प्रशासन ने दी हैं। इस तरह जिले में 2193.93 हेक्टेयर पर खेती फसलों का नुकसान होने की रिपोर्ट जिले के नांदगांव खंडेश्वर, भातकुली, दर्यापुर, चिखलदरा, अमरावती, तिवसा व वरुड के तहसीलदारों ने जिलाधिकारी कार्यालय को भेजी है।
भीषण गर्मी में पानी की किल्लत : अमरावती व बडनेरा शहर के अपर वर्धा जलाशय से जलापूर्ति की जाती है। अपर वर्धा से तपोवन के जलशुध्दिकरण केंद्र तक पाइप लाइन काफी पुरानी है। यह पाइप लाइन समय बाह्य हो जाने से हर वर्ष ग्रीष्मकाल में पानी का प्रेशर बढ़ने से इस पाइप लाइन पर लीकेज आता है। नेरपिंगलाई से आने वाली पीएससी गुरुत्ववाहिनी चिंचखेड फाटे के पास तीन दिन पहले लीकेज हुई थी। जिसकी मरम्मत करने के लिए गुरुवार को सुबह से अमरावती व बडनेरा शहर की जलापूर्ति बंद रख काम शुरू किया गया। उप विभागीय अभियंता लेवरकर के अनुसार मजीप्रा के सभी अभियंता और लीकेज निकालने का काम करने वाले ठेकेदार और उसके तहत कार्यरत 30 कर्मचारियों की टीम ने जेसीबी की मदद से गुरुवार को सुबह काम शुरू किया। गुरुवार को रात के समय भी यह काम शुरू रहेगा। शुक्रवार को सुबह तक लीकेज निकालकर बंद पड़ी जलापूर्ति को जल्द से जल्द पूर्ववत करने का प्रयास किया जाएंगा। हालांकि मजीप्रा ने पहले ही गुरुवार और शुक्रवार को अमरावती व बडनेरा की जलापूर्ति बंद रखे जाने की घोषणा पहले ही की थी।
Created On :   19 April 2024 2:50 PM IST