खेत में हादसा: खेत में जंगली जानवरों से फसल बचाने बिछाए बिजली तार की चपेट में आए चाचा-भतीजे

खेत में जंगली जानवरों से फसल बचाने बिछाए बिजली तार की चपेट में आए चाचा-भतीजे
  • नाबालिग समेत दो किसानों की जगह पर मौत
  • जंगली जानवर किसानों की फसलें बर्बाद कर रहे
  • फसलों की सुरक्षा के लिए लगाया था तार

डिजिटल डेस्क, धारणी(अमरावती)। जंगली जानवरों से खरीफ फसल बचाने के लिए खेत के कंपाउंड पर बिछाकर रखे करंट प्रवाहित बिजली तारों की चपेट में आने से एक नाबालिग समेत दो किसानों की जगह पर मौत हो गईं। कोठा गांव में रविवार की शाम यह हादसा हुआ। मृतक किसानों में शिवलाल जयराम मावस्कर (34) व दुर्गेश रमेश धांडे (16) का समावेश है। दोनों रिश्ते में चाचा-भतीजे बताए जाते हैं। यह दोनों जंगल की ओर जा रहे थे।

जानकारी के अनुसार मेलघाट टाइगर प्रोजेक्ट के जंगल में जंगली जानवर किसानों की फसलें बर्बाद कर रहे हैं। इससे यहां के किसानों ने अपनी खरीफ फसल बचाने के लिए बिजली के करंट प्रवाहित तार खेतों में बिछाने की ट्रिक लगा रहे हंै। इसी क्रम में कोठा ग्रामवासी किसान सोहनलाल रामलाल धुर्वे ने अपने खेत में बिजली प्रवाहित तार बिछाकर रखा था जिसकी चपेट में आने से दोनों को जान गंवानी पड़ी। पोस्टमार्टम के बाद दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। इसके लिए पूर्व विधायक प्रभुदास भिलावेकर ने आर्थिक मदद की।

अब तक आठ बलि चढ़े : बीते साल भर में बिजली करंट से मरने वालों की संख्या बढ़कर आठ पर पहुंच गई है। गोंडवाड़ी, मांडवा, निरगुटी, उकुपाटी, मांगिया गांव में बिजली के कंरट से हाल ही में मौत हुई थी। परिजनों के पास कफन के भी पैसे नहीं थे। इस पर ग्रामीणों ने मिलकर दाह संस्कार किया था।

Created On :   10 Sept 2024 8:22 AM GMT

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