दिक्कत: अब तक एक भी "लाडली बहना' का फार्म नहीं भरा, दस्तावेज जुटाने के लिए भटक रही महिलाएं

अब तक एक भी लाडली बहना का फार्म नहीं भरा, दस्तावेज जुटाने के लिए भटक रही महिलाएं
  • महिलाएं एक कार्यालय से दूसरे कार्यालय के काट रहीं चक्कर
  • आधार कार्ड, राशन कार्ड, निवासी दाखिला, आय प्रमाणपत्र, बैंक पासबुक व फोटो जरूरी
  • निवासी प्रमाणपत्र तथा आय का प्रमाणपत्र बनाने के करनी पड़ रही मशक्कत

डिजिटल डेस्क, अमरावती। राज्य सरकार ने ‘मुख्यमंत्री मेरी लाडली बहना’ योजना शुरू की है। इस योेजना के तहत पात्र महिलाओं के खाते में हर माह 1500 रुपये जमा होंगे। लेकिन सोमवार से शुरू हुई इस योजना में जिले में अब तक एक भी महिला का आवेदन नहीं भरा गया है। तीन दिनों से महिलाएं केवल दस्तावेज जुटाने के लिए एक कार्यालय से दूसरे कार्यालय में इधर से उधर भटक रही हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार महिलाओं को आधार कार्ड, राशन कार्ड, निवासी दाखिला, आय का प्रमाणपत्र, बैंक पासबुक व फोटो आवश्यक होने की बात कही गयी थी। इस योजना के आवेदन भरते समय महिलाओं को इन प्रमाणपत्र पर जो नंबर लिखा होता है, उसे फार्म में दर्ज करना है। इस कारण इन प्रमाणपत्र की आवश्यकता है। महिलाओं के पास आधार कार्ड, राशन कार्ड तो है, लेकिन निवासी प्रमाणपत्र तथा आय का प्रमाणपत्र न रहने से यह महिलाएं विविध कार्यालय के चक्कर काट रही हैं। उधर मंगलवार को राज्य सरकार ने नियमों में परिवर्तन कर दिया है।

अब निवासी प्रमाणपत्र (डोमेशियल) की बजाय उनके पास उपलब्ध 15 साल पुराना राशन कार्ड, मतदान कार्ड, आधार कार्ड को निवासी प्रमाणपत्र माना जायेगा। साथ ही आय का प्रमाणपत्र न रहने पर महिला के पास उपलब्ध पीला व केसरी राशनकार्ड ही आय का प्रमाणपत्र होगा। इस आधार पर उन्हें फार्म भरने की छूट मिलेगी। इस छूट की महिलाओं को जानकारी न रहने से बुधवार को भी महिलाएं तहसील कार्यालय, पटवारी कार्यालय, मनपा के जन्म-मृत्यु विभाग व सेतु केंद्र के चक्कर काटते नजर आईं। गुरुवार, 4 जुलाई से फार्म भरे जायेंगे। यह विश्वास व्यक्त किया जा रहा हैं। राज्य सरकार ने जहां नियमों में परिवर्तन किया है। वहीं इस योजना में आवेदन करने की समय सीमा 30 अगस्त तक है।

एप पर रश व लोड अचानक बढ़ा : इस बीच जिला प्रशासन ने कहा है कि योजना के लिए नारी शक्ति एप तैयार करवाया गया है। जिसे एन्ड्रॉइड फोन व स्मार्ट फोन पर प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इस एप के जरिए महिलाएं घर बैठे आवेदन प्रस्तुत कर सकती हैं। शुरुआती चरण के तहत इस एप को मोबाइल फोन पर डाउनलोड करने में भी काफी दिक्कतें आ रही हंै। साथ ही साथ डाउनलोड करने के बाद एप सही तरीके से काम नहीं कर रहा है। अभी सर्वर, पोर्टल एवं एप पर रश व लोड अचानक बढ़ गया है। जिसकी वजह से यह दिक्कतें पैदा हो रही हंै। जैसे-जैसे लोड व रश कम होगा, वैसे-वैसे ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया सुचारू होती चली जाएगी। -सौरभ कटियार, जिलाधीश

Created On :   4 July 2024 12:26 PM GMT

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