जनता प्यासी: बरसों से लंबित तिवसा जलापूर्ति योजना को लेकर आरोप-प्रत्यारोप

बरसों से लंबित तिवसा जलापूर्ति योजना को लेकर आरोप-प्रत्यारोप
  • कांग्रेस-भाजपा में मची श्रेय लेने की होड़
  • बरसों से शुद्ध पेयजल को तरस रहे लोग
  • राजनीतिक दबाव में फाइल दबाकर रखने की आरोप

डिजिटल डेस्क, तिवसा (अमरावती)। तिवसा शहर के लिए जलापूर्ति योजना मंजूरी को लेकर कांग्रेस और भाजपा में श्रेय लेने की होड़ मच गई है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने जहां तिवसा शहर में जलापूर्ति योजना मंजूर कराने के लिए बैनर चस्पा कर दिए। इस पर तिवसा कांग्रेस कमेटी ने मंगलवार को पत्र परिषद लेकर हल्लाबोल किया कि दूसरे के बच्चे का बारसा भाजपा क्यों कर रही। भाजपा ने पलटवार में कहा कि 13 साल से तिवसा शहरवासी पेयजल के लिए तरसते रहे। विधायक यशोमति ठाकुर ने पालकमंत्री रहते समय तिवसा शहर के लिए जलापूर्ति योजना मंजूर क्यों नहीं कराई ऐसे सवाल भी उठाए जा रहे हैं।

मंगलवार को पत्र परिषद में पूर्व नगराध्यक्ष व तिवसा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष वैभव वानखड़े ने एक-दो नहीं बल्कि पूरे 1653 पन्नों का फॉलोअप मीडिया के समक्ष रखा। कांग्रेस ने नगर पंचायत पर अपने सत्ताकाल से प्रयास शुरू रखे। लगातार 15 वर्षों से जिलाधिकारी कार्यालय से लेकर मंत्रालय तक संघर्ष किया।

विधायक एड. यशोमति ठाकुर ने लगातार तीन बार विधान मंडल सत्र में तिवसा जलापूर्ति योजना पर आवाज बुलंद की। राजनीतिक दबाव में जलापूर्ति योजना की फाइल दबाकर रखी थी। अब जब लगातारर संघर्ष के बाद योजना मंजूर हुई है तो भाजपा फोकट में श्रेय लेने का हास्यास्पद प्रयास कर रही है। पत्र परिषद में जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष दिलीप कालबांडे, जिला काँग्रेस सचिव मुकुंद देशमुख, नगराध्यक्ष योगेश वानखडे, पूर्व नगराध्यक्ष वैभव वानखड़े, शहर अध्यक्ष सेतू देशमुख, नगरसेवक किसन मुंदाने,अंकुश देशमुख, संजय चौधरी, प्रणव गौरखेडे उपस्थित थे।

13 साल में योजना क्यों नहीं आई : कांग्रेस के गलत नियोजन के चलते तिवसा की जनता पिछले 13 वर्षों से पेयजल के लिए तरस रही थी। हमने शासन स्तर पर प्रयास कर तिवसा शहर के जलापूर्ति योजना मंजूर कर लाई है। इस कारण तिवसा की जलापूर्ति योजना का श्रेय जनता हमें ही देगी। -रविराज देशमुख, भाजपा ओबीसी प्रदेश उपाध्यक्ष


Created On :   7 Aug 2024 7:08 AM GMT

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