जलसंकट: अमरावती में पानी के लिए हा-हाकार, चक्काजाम में महिलाओं ने सड़क पर मटके फोड़े

अमरावती में पानी के लिए हा-हाकार, चक्काजाम में महिलाओं ने सड़क पर मटके फोड़े
  • भीषण गर्मी में कुएं व नदी से अशुद्ध पेयजल पीने विवश
  • 5 दिन पहले दी थी आंदोलन की चेतावनी
  • महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण ने गंभीरता नहीं दिखाई

डिजिटल डेस्क, अमरावती। 3 वर्षों से 10 दिनों के अंतराल में पेयजलापूर्ति होने से वाठोड़ा शुक्लेश्वर के ग्रामवासी इस भीषण गर्मी में कुएं व नदी से अशुद्ध पेयजल पीने विवश हैं। अब सहन शक्ति जवाब दिये जाने से 5 दिनों पूर्व आंदोलन की चेतावनी के बाद भी महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण (मजीप्रा) ने गंभीरता नहीं दिखाई। जिससे बुधवार को सड़क पर उतरे ग्रामवासियों ने दर्यापुर-वलगांव मार्ग पर धामोरी स्टैंड पर चक्काजाम किया। आधा घंटा चले इस चक्काजाम के दौरान गुस्साई महिलाओं ने सड़क पर मटके फोड़कर आक्रोश व्यक्त किया।

दो दिन का मिला आश्वासन : जिला परिषद के पूर्व सदस्य संतोष महात्मे के नेतृत्व में वाठोड़ा शुक्लेश्वर, धामोरी, बदलापुर, वाकी रायपुर, भालवी और मलकापुर समेत आस-पास के 300 से 400 ग्रामीणों ने बुधवार को दोपहर 1.30 बजे तपती धूप में चक्काजाम किया। हालांकि मजीप्रा के अमरावती कार्यकारी अभियंता को 24 मई को सौंपे गए निवेदन में इस आंदोलन की पूर्व सूचना दी थी, लेकिन उसके बाद भी मजीप्रा ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई। बल्कि बुधवार को चक्काजाम के दिन कार्यकारी अभियंता अवकाश पर चले गए। दर्यापुर-वलगांव मार्ग पर चक्काजाम के कारण पहुंची खोलापुर पुलिस की सूचना पर आंदोलन स्थल आए मजीप्रा के उपअभियंता संजय लेवलकर ने दो दिन में वाठोड़ा शुक्लेश्वर की जलापूर्ति नियमित करने का आश्वासन दिया। इस पर ग्रामीणों की ओर से महात्मे ने स्पष्ट चेतावनी दी कि दो दिनों में हल नहीं निकाला गया तो ग्रामवासी तीव्र आंदोलन करेंगे। चक्काजाम आंदोलन में रवींद्र बुरघाटे, शाम चाहाकार, दीपक जवंजाल, लिखित चांदुरकर, प्रज्योत यावले, उमेश गुरडे, हाजी नईम धामोरीवाले, शे. अनिस, मकसुद अली, सुनील माहुलकर, अशफाक खान, राजू बोलखे, मुन्ना राठी, ममता गजभिये, पूर्णा सहारे, मीना बुरघाटे, बबीता लाडे, शशीकलाबाई, ज्योति घडेकर, प्रभा मेश्राम समेत सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए।

पाइप लाइन का कॉक बंद कर दिया जाता है : धामोरी के जलकुंभ से वाठोड़ा शुक्लेश्वर का जलकुंभ भरा जाता है, लेकिन यहीं से भातकुली शहर को जलापूर्ति होती है। जिससे वाठोड़ा शुक्लेश्वर की पाइप लाइन का कॉक बंद कर दिया जाता है। फलस्वरूप गांव का जलकुंभ खाली रह जाता है। भातकुली नगर पंचायत है। जिससे नियमों के अनुसार भातकुली शहर की जलापूर्ति के लिए नगर पंचायत को स्वतंत्र व्यवस्था करना अनिवार्य रहने के बाद भी धामोरी से जलापूर्ति हो रही है। जिसके कारण 10 हजार की जनसंख्या वाले वाठोड़ा शुक्लेश्वर में 10 दिनों के अंतराल में पेयजलापूर्ति मजीप्रा की ओर से की जा रही है। इसी तरह धामोरी में 6 दिन के अंतराल में जलापूर्ति हो रही है। बदलापुर, भालवी, वाकी रायपुर व मलकापुर में भी पेयजल के लिए सप्ताह भर तक तरसना पड़ रहा है।


Created On :   30 May 2024 9:09 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story