आक्रोश: दर्यापुर में पेयजल के लिए हाहाकार, संतप्त ग्रामीणों ने मजीप्रा पर निकाला मोर्चा

दर्यापुर में पेयजल के लिए हाहाकार, संतप्त ग्रामीणों ने मजीप्रा पर निकाला मोर्चा
  • उपविभागीय अभियंता को लिया आड़े हाथ
  • पिछले कुछ महीनों से अनियमित जलापूर्ति
  • मजीप्रा में तनाव की स्थिति निर्माण

डिजिटल डेस्क, दर्यापुर(अमरावती)। तहसील के सामदा गांव के नागरिकों को पिछले कुछ महीनों से अनियमित जलापूर्ति हाे रही है। कुछ नल धारकों के नल से बूंद भर भी पानी नहीं आ रहा। जिससे तेज गर्मी में गांववासियों को जलकिल्लत का सामना करना पड़ रहा हैं। इस गंभीर समस्या को लेकर सैकड़ों गांववासियों ने गुरुवार को दर्यापुर के मजीप्रा कार्यालय पर मोर्चा निकाला। इस समय ग्रामीणों ने आक्रामक भूमिका लेते हुए उपविभागीय अभियंता को आड़े हाथों लिया। जिससे करीब 1 घंटे तक मजीप्रा में तनाव की स्थिति निर्माण हुई थी। इस बीच, पुलिस की समय सूचकता से यहां अनर्थ टल गया।

12-15 दिनों बाद हो रही कम दबाव की जलापूर्ति : सामदा परिसर में पिछले कुछ महीनों से 12 से 15 दिन बाद कम दबाव से जलापूर्ति होने से भीषण जलकिल्लत निर्माण हुई है। परिणामस्वरूप महिलाओं को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। गांव में जलापूर्ति सुचारू नहीं होने से जानवरों के भी हाल हो रहे हैं। जिससे दर्यापुर के मुख्य जलवाहिनी की सामदा से गांव से जोड़कर 8 दिन के भीतर जल समस्या का हल निकालने के लिखित मांग उपविभागीय अभियंता से की गई। अन्यथा तीव्र आंदोलन की चेतावनी भी दी गई।

ऊंचाई पर नहीं चढ़ता पानी : गांववासियों का कहना है कि ऊंचाई वाले क्षेत्र में नलों को पानी नहीं आता। वहीं कुछ जगह पर काफी कम दबाव से पानी आता है। पीने के पानी का एक हंडा भरने के लिए कम से कम 5 से 10 मिनट लगते है। पानी छोड़ने का दिन व समय निश्चित नहीं रहता। इस कारण लोगों को तीव्र जलसंकट का सामना करना पड़ रहा है।

गंभीरता से नहीं लेते नेता : हमारे गांव में पिछले कई वर्षों से कायम रूप से जलसंकट निर्माण होता है। मजीप्रा को बार-बार ज्ञापन देकर भी कोई उपयोग नहीं। राजनीतिक नेता भी पानी की समस्या को गंभीरता से नहीं लेता। जिससे हमारी पानी की समस्या अभी तक कायम है। - सुनील नागदिवे, नागरिक

मजीप्रा का नियोजन नहीं : मूलभूत जरूरत रहनेवाले जल समस्या पर मजीप्रा का योग्य नियोजन नहीं। प्रशासन पर जनप्रतिनिधियों का दबाव नहीं रहने से हम सामान्य नागरिकों को जलसंकट का सामना करना पड़ रहा है। पानी के लिए महिलाओं को दर-दर भटकना पड़ रहा है। पानी लाते समय महिलाओं काफी कसरत करनी पड़ती है। -सुमन भगत, गृहिणी, सामदा

नई पाइप लाइन सामदा के गेट तक : नए सिरे से डाली गई पाइप लाइन सामदा गेट तक आई है। लोकनिर्माण विभाग की अनुमति लेकर रात के समय सड़क खोदकर रास्ता पार कर पाइप लाइन डालने का काम शुरू किया जाएगा। 12 से 15 दिन के अंतराल में होने वाली जलापूर्ति चार दिन तक लाने के लिए कार्रवाई करेंगे। मुख्य लाइन से पाइप लाइन जोड़ने के संदर्भ में सर्वेक्षण कर जल्द ही विभागीय कार्यालय को प्रस्ताव भेजा जाएगा। इस तरह का आश्वासन मजीप्रा के उपविभागीय अभियंता विजय शेंडे ने इस समय दिया।

Created On :   17 May 2024 9:29 AM GMT

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