कहर: अमरावती के मोर्शी में तेज आंधी - तूफान से सीमेंट के खंभे टूट कर गिरे

अमरावती के मोर्शी में तेज आंधी -  तूफान से  सीमेंट के खंभे टूट कर गिरे
  • आंधी -तूफान से हुआ भारी नुकसान
  • पेड़ केे नीचे खड़ी मोटरसाइकिलों को भारी नुकसान
  • 150 वर्ष पुराना विशाल वृक्ष जमींदोज

डिजिटल डेस्क, मोर्शी (अमरावती)। मंगलवार की शाम 5:30 से 6:30 बजे के बीच अचानक तूफानी हवा और बेमौसम बारिश से मोर्शी शहर और तहसील में भारी नुकसान हुआ। कई मकानों के टीन उड़े, कई पेड़ गिर गए। शहर में मुख्य सड़क पर कुछ दुकानें उड़ गयीं, इससे करोड़ों रूपए के नुकसान की आशंका जताई जा रही है।

तेज आंधी के कारण मोर्शी बस स्टैंड पर तीन विशाल पेड़ गिर गए, जिससे उनके नीचे खड़ी मोटरसाइकिलों को भारी नुकसान हुआ। सड़क किनारे के पेड़ गिरने से दुकानें ध्वस्त हो गयीं और शिवाजी हाईस्कूल के कमरों पर लगी टीन की पूरी चादरें गिर गयीं, जिससे मोर्शी से चांदूर बाजार तक यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया। तूफान से प्रभावितों में परवीन बानो राशिद शाह, सलीम बेग, अफीदा, दयाल मेश्राम, अमित दारोकर, रेहान अजीस, अफसनबी रहमानखा शामिल हैं। खेड़ में दीपक फुले, दामू बनसोड, किशोर गायकवाड़, नंदू नागले, निर्मला नेवारे, अशोक सायवान, गजानन लाड के घर की छत उड़ने से यह परिवार सड़क पर आ गए हैं। गांव में तेज आंधी से पेड़ गिरे, बिजली के लोहे के खंभे झुक गये, सीमेंट के खंभे टूट कर गिर गये।

150 साल पुराना पेड़ धराशायी : विष्णोरा में 150 वर्ष पुराना विशाल वृक्ष गिर गया और प्रसिद्ध मरीमाय माता मंदिर पूरी तरह नष्ट हो गया। हिवरखेड़ में मुख्य सड़क पर पेड़ गिर गया और कुछ देर के लिए यातायात बाधित हो गया, जिससे कस्बे सहित अन्य गांवों में भी लाइन बंद हो गई, इससे नागरिकों को अंधेरे का सामना करना पड़ा।

वरूड में भी तेज हवाएं : इस बीच मौसम में वरूड में भी शाम 5 बजे के करीब तहसील में जमकर हवाएं चलने लगी। समाचार लिखे जाने तक तेज हवाएं चल रही थी। सुबह से शाम 5 बजे तक सामान्य मौसम था। अचानक तेज हवाएं चलने लगीं।

Created On :   24 April 2024 11:01 AM GMT

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