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सजगता: पिलर में आई दरार, जल्द ही मिट जाएगा चार मंजिला इमारत का नामोनिशान
- स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट मिलने के बाद मनपा ने जारी किया था नोटिस
- बेसमेंट के पिलर में आयी थी दरार
- दिसंबर में खाली करवायी गयी थी इमारत
डिजिटल डेस्क, अमरावती। रेलवे स्टेशन से सटे हमालपुरा के मुख्य चौराहे पर कांग्रेस नगर मार्ग पर स्थित चार मंजिला चांडक टावर की इमारत गिराने का काम युद्धस्तर पर शुरू हो चुका है। स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट पर महानगर पालिका की नोटिस के बाद 12 फ्लैट वाली इस इमारत के मालिक ही हथौड़ा चला रहे हैं। पिछले तीन-चार दिनों से खिड़कियां, ग्रील निकालने का काम युद्धस्तर पर चला। उसके बाद गुरुवार से इमारत का एक-एक हिस्सा तोड़ा जा रहा है। इस तोडू कार्रवाई के दौरान मटेरियल नीचे न गिरे इसके लिए भी पूरी सावधानी बरती जा रही है।
मनपा ने सील कर दी थी पूरी बिल्डिंग : चांडक टावर की इमारत के बेसमेंट का पिलर 8 दिसंबर 2023 क्रैक को हो गया था। जिसके बाद जबरदस्त हड़कंप मच गया था। महानगर पालिका के नगर रचना विभाग व दमकल विभाग ने यह पूरी इमारत तुरंत खाली करवाते हुए पूरी बिल्डिंग सील कर दी थी। ताकि कोई बड़ी दुर्घटना न हो। क्योंकि पास में ही दुर्गा देवी का बड़ी मंदिर है। इमारत के ठीक पीछे राधे इन होटल है। पिलर में क्रैक के बाद निगमायुक्त देवीदास पवार समेत मनपा के एडीटीपी, दमकल समेत सभी प्रमुख विभागों के अधिकारियों ने निरीक्षण किया था।
8 वर्ष पूर्व किया था निर्माण : चांडक टावर की इमारत 8 वर्ष पूर्व 2016 में निर्मित हुई थी। जिसे अटल चांडक ने निर्मित किया था। कुल 32 स्क्वेयर फीट की जगह पर इमारत में 12 फ्लैट तैयार किए थे।
उस बिल्डिंग में फिलहाल हेमंत चांडक, कमलेश जसापडा, विनोद राठी और जैन नामक चार परिवार रहते थे। तीन अखबार के कार्यालय व दो दुकानें चल रही थी। 20 पिलर पर इमारत का निर्माण किया गया। जिसमें से दो पिलर में दरारें पड़ जाने से मनपा के पैनल पर रहने वाले स्ट्रक्चरल आडिटर ढोके द्वारा रिपेरिंग नहीं किये जाने संबंधि रिपोर्ट दी। जिसके बाद महानगर पालिका के रचना विभाग ने इमारत मालिक गोविंद व विशाल चांडक को इमारत गिराने की नोटिस दी थी।
स्वयं स्फूर्ति से कार्रवाई : महानगर पालिका ने मार्च में ही नोटिस जारी कर दी थी। जिसमें पूरी इमारत धोखादायक होने से ध्वस्त करने के आदेश दिए गए थे। जिसके अनुसार इमारत मालिकों ने ही इसे गिराने का काम शुरू कर दिया है। - प्रमोद इंगोले, इंजीनियर मनपा
जान से बढ़कर कुछ नहीं : अच्छा सहयोग देते हुए मनपा प्रशासन के निर्देशानुरूप इमारत को पूरी तरह से ध्वस्त करने का काम स्वयं स्फूर्ति से शुरू कर दिया गया है। बड़ा नुकसान हुआ है, लेकिन जान से बढ़कर कुछ नहीं है। लोगों की जान को खतरे में डालने का जोखिम नहीं लिया जा सकता। अधिकांश फ्लैट रिश्तेदारों के है। एक ओनर को सेटल कर दिया गया है । - गोविंद चांडक, मालिक
Created On :   10 May 2024 9:34 AM GMT