जर्जर अवस्था: अमरावती में अब गिरे कि तब गिरे वाले आवासों में रह रहे पुलिस कर्मचारी

अमरावती में अब गिरे कि तब गिरे वाले आवासों में रह रहे पुलिस कर्मचारी
  • 100 साल पुराने जर्जर घरों में रह रहे
  • अपने खर्चे पर कराते हैं मरम्मत
  • कुछ कर्मचारी किराए पर रहने को मजबूर

डिजिटल डेस्क, चांदूर बाजार(अमरावती)। दिन-रात लोगों की सुरक्षा करने वाले पुलिस कर्मचारियों के आवासों की हालत दयनीय हो गई है। जर्जर क्वार्टरों को लेकर परिवार बारिश के दिनों में चिंतित रहते हैं। चांदूर बाजार पुलिस स्टेशन के जर्जर आवासों रहना मुश्किल हो गया है। बिल्डिंग इतनी जर्जर है कि बड़ा हादसा होने की आशंका है। उल्लेखनीय है कि इस इमारत का निर्माण करीब 100 साल पहले ब्रिटिश शासन के दौरान किया गया था। इस बिल्डिंग में लगभग 24 हिस्से बने हैं, इसमें पुरुष कर्मचारियों के साथ-साथ महिला कर्मचारी भी रहती हैं। हिस्सों को रहने योग्य बनाने के लिए कर्मचारियों द्वारा अपने-अपने स्तर पर मरम्मत की जाती है। कुछ हिस्से इतने जर्जर हो गए हैं कि कर्मचारी किराए पर रहने को मजबूर हैं।

थाने में इतना है स्टाफ : थाने में 1 पुलिस निरीक्षक, 3 सहायक पुलिस निरीक्षक, 3 उप-निरीक्षक सहित 7 महिला कर्मचारियों को मिलाकर कुल 59 कर्मचारी हैं। चांदूर बाजार को संवेदनशील माना जाता है।

रेड सिग्नल दिया था : 4-5 वर्ष पूर्व सार्वजनिक निर्माण उपविभाग द्वारा निरीक्षण किया गया था, रेड सिग्नल दिया गया था। इस समय आवसों की छत पर टूटी थीं। जिन्हें हटाकर छत पर टीन लगा दी गई लेकिन भवन वैसे ही रहे। अब पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण परेशानी हो रही है।

चुड़ामन नदी की जल्द बनेगी सुरक्षा दीवार : वरुड़ बाढ़ पीड़ितों के पुनर्ववास सहित अन्य विभिन्न मांगों को लेकर आक्रोश जनशक्ति संघ की ओर से बुधवार को मोर्चा निकालकर तहसील कार्यालय के सामने ढोल बजाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। मांगों को प्रशासन द्वारा मानने पर आंदोलन खत्म हुआ। जानकारी के अनुसार 7 अगस्त 2022 को वरुड़ शहर में चुड़ामन नदी में बाढ़ आ गई थी। इस समय नदी के किनारे का पूरा इलाका पूरी तरह से बाढ़ में डूब गया था और नदी के किनारे स्थित बस्तियों में पानी घुस गया था। नदी के किनारे के नागरिकों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा दीवार सहित अन्य मांगों को लेकर यह आंदोलन किया गया। विभिन्न मांगों के साथ ही 7 अगस्त 2023 को दिए गए आश्वासन पत्र पर एक वर्ष बाद भी कार्रवाई नहीं करने पर चिंता जताई गई। प्रशासन ने बताया कि चुड़ामन नदी के संरक्षण, वर्षा जल के निपटान के लिए 29 करोड़ 94 लाख 58 हजार 800 रुपये स्वीकृत किये गये हैं। जल्द ही काम शुरू होगा। जिसके बाद संघ के संस्थापक अध्यक्ष सुशील बेले व अन्य पदाधिकारी , कार्यकर्ता कई नागरिक वापस लौट गए।


Created On :   8 Aug 2024 6:45 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story